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सामान्य अध्ययन– I
विषय: भारतीय संस्कृति, जिसमें प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।
1. शाहजहाँ के शासन काल में स्थापत्य विकास पर विशेष बल देते हुए विभिन्न मुगल बादशाहों के शासनकाल में मुग़ल स्थापत्य के विकास पर प्रकाश डालिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: भारतीय कला एवं संस्कृति – नितिन सिंघानिया।
निर्देशक शब्द:
प्रकाश डालिये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर लेखन में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह प्रश्न से सम्बंधित प्रासंगिक जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
मुगल स्थापत्य की भव्यता एवं इसकी एक विशिष्ट शैली के उद्भव का संक्षेप में परिचय प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
वास्तुकला की विभिन्न शैलियों के विकास, सौंदर्य जागरूकता पर सोदाहरण प्रकाश डालिए।
बाबर एवं हुमायूँ- निर्माण के कुछ उदाहरण दीजिए।
अकबर – एक बहुत ही विशिष्ट शैली का उदय हुआ। आगरा में स्मारकों में बंगाल एवं गुजरात की शैलियों का प्रारंभिक उपयोग। फिर फतेहपुर सीकरी एवं दिल्ली के स्मारकों में एक विशिष्ट शैली का उपयोग।
जहाँगीर – जोड़ी गई नवीन विशेषताओं एवं देखे गए परिवर्तनों का सोदाहरण उल्लेख कीजिए।
शाहजहाँ – उसके अधीन मुगल वास्तुकला अपने चरम पर पहुँची। इसकी विशिष्ट विशेषताओं पर सोदाहरण चर्चा कीजिए।
औरंगजेब – उसके शासनकाल में कला को कम संरक्षण प्राप्त हुआ लेकिन फिर भी कुछ भवनों का निर्माण किया गया था।
निष्कर्ष:
भारतीय कला एवं स्थापत्य में मुगल शासकों के योगदान का संक्षेप में वर्णन करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: सामाजिक सशक्तिकरण।
2. दिव्यांग जनों के जीवन में सुधार सुनिश्चित करने के लिए बेहतर उपलब्धता एवं सहायक सहायता तक पहुंच अत्यंत आवश्यक है। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu , The Hindu
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
भारत में दिव्यांग जनों के सन्दर्भ में आँकड़े प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
सामान्य जीवन शैली सुनिश्चित करने में दिव्यांग जनों द्वारा सामना किए जाने वाले विभिन्न मुद्दों का उल्लेख कीजिए।
इस संबंध में उठाए गए विभिन्न कदमों का उल्लेख कीजिए।
सहायक सहायता द्वारा दिव्यांग जनों के जीवन में लाए जा सकने वाले विभिन्न अंतरों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
दिव्यांग जनों के सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: शहरीकरण, उनकी समस्याएँ एवं उनके उपाय।
3. स्वच्छ जल एवं स्वच्छता सुनिश्चित करने के साथ-साथ भारत में जल के उपभोग एवं संरक्षण की बढ़ती मांगों को पूरा करने में सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी की भूमिका का विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
विश्लेषण कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
सार्वजनिक स्वास्थ्य / पर्यावरण अभियांत्रिकी विज्ञान की संभावनाओं को संक्षेप में प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
समझाइए कि सार्वजनिक स्वास्थ्य / पर्यावरण अभियांत्रिकी विज्ञान स्वच्छ जल एवं स्वच्छता सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उपर्युक्त को सोदाहरण सिद्ध कीजिए।
जल की बढ़ती माँगों को पूरा करने में जन स्वास्थ्य / पर्यावरण अभियांत्रिकी विज्ञान की भूमिका का उल्लेख कीजिए। इसे प्राप्त करने के उपायों का उल्लेख कीजिए।
सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के अन्य लाभों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
उपर्युक्त को संक्षेप में प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– II
विषय: सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।
4. 2030 तक संधारणीय विकास लक्ष्यों (SDG) को प्राप्त करने की दिशा में भारत के प्रयासों का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए किन कार्रवाहियों में सुधार करने की आवश्यकता है? (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
2030 तक प्राप्त किए जाने वाले 17 संधारणीय विकास लक्ष्यों (SDG) का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
महत्वपूर्ण संधारणीय विकास लक्ष्यों का संक्षेप में उल्लेख कीजिए एवं उन्हें प्राप्त करने के लिए अपनाए गए विभिन्न उपायों का वर्णन कीजिए।
2030 तक विभिन्न संधारणीय विकास लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में भारत के प्रदर्शन का मूल्यांकन कीजिए एवं इसकी कमियों का उल्लेख कीजिए।
2030 तक संधारणीय विकास लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में आवश्यक विभिन्न सुधारों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
5. निकेत बैंकिंग (niche banking) से भारतीय वित्तीय क्षेत्र को वैश्विक एवं भारतीय मूल के कुछ निकेत (niche) एवं विशिष्ट खिलाड़ी प्राप्त होंगे एवं विशिष्ट क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिससे उद्योगों के साथ-साथ बैंकिंग क्षेत्र को अधिक प्रतिस्पर्धी एवं नवीन बनने में सहायता मिलेगी। विस्तार में समझाइए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Insights on India
निर्देशक शब्द:
समझाइए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
निकेत बैंकों (Niche Banks) को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।
विषय वस्तु:
निकेत बैंकों की कुछ विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
भारत के समष्टि-आर्थिक ढांचे में निकेत बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले विभिन्न लाभों का उल्लेख कीजिए।
भारतीय व्यवस्था में निकेत बैंकों की सफलताओं एवं सीमाओं का मूल्यांकन कीजिए।
निष्कर्ष:
इन सीमाओं को पार करने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टैक्नोलॉजी, बायो-टैक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरुकता।
6. उद्योग 4.0 के भारत पर पड़ने वाले प्रभावों का परीक्षण कीजिए। उद्योग 4.0 के कारण लाभ को अधिकतम करने एवं क्षति को कम करने के लिए आवश्यक उपायों का सुझाव दीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Indian Express
निर्देशक शब्द:
परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
उद्योग 4.0 को संक्षेप में परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
भारत पर उद्योग 4.0 के पड़ने वाले सकारात्मक प्रभावों का उल्लेख कीजिए।
भारत पर उद्योग 4.0 के पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों का उल्लेख कीजिए।
उद्योग 4.0 के कारण लाभ को अधिकतम करने एवं क्षति को कम करने के लिए आवश्यक विभिन्न चरणों का वर्णन कीजिए।
निष्कर्ष:
सम्बंधित चिंताओं को दूर करने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।
7. भारत में बाघों की आबादी में लगातार वृद्धि के लिए बाघ संरक्षण एवं सुरक्षा के लिए अपनाए गए विभिन्न उपायों का मूल्यांकन कीजिए। अन्य प्रजातियों के संरक्षण के प्रयासों की दिशा में इन उपायों से प्रमुख सीख क्या प्राप्त हुए है? (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: Down to Earth
निर्देशक शब्द:
मूल्यांकन कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है की वह कथन अथवा विषय के महत्व को रेखांकित करते हुए उसकी समग्र उपयोगिता बताये।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
भारत में बाघों की संख्या में वृद्धि का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
बाघों की प्रजातियों के संरक्षण के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों का उल्लेख कीजिए।
उपर्युक्त उपायों की सफलताओं एवं सीमाओं का मूल्यांकन कीजिए।
उपर्युक्त सफलताओं से प्राप्त प्रमुख सीखों का उल्लेख कीजिए, जिन्हें अन्य प्रजातियों के संरक्षण प्रयासों में दोहराया जा सकता है।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: शासन व्यवस्था में ईमानदारीः लोक सेवा की अवधारणा; शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार।
7. भ्रष्टाचार विश्वास को मिटाता है, लोकतंत्र को कमजोर करता है, आर्थिक विकास को बाधित करता है तथा असमानता, गरीबी, सामाजिक विभाजन एवं पर्यावरण संकट को और बढ़ाता है। विश्लेषण कीजिए। (150 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
निर्देशक शब्द:
विश्लेषण कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
भ्रष्टाचार को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले कारकों के बारे में लिखिए।
विभिन्न आयामों पर इसके प्रभाव के बारे में लिखिए।
उपर्युक्त की सोदाहरण पुष्टि कीजिए।
भ्रष्टाचार के चक्र को तोड़ने के लिए आवश्यक विभिन्न उपायों का सुझाव दीजिए।
निष्कर्ष:
उपर्युक्त को संक्षेप में सारांशित करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
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