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सामान्य अध्ययन– I
विषय: भारतीय संस्कृति, जिसमें प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।
1. सिंधु घाटी की मूर्तिकला से पता चलता है कि उस समय के कलाकारों में बेहतरीन कलात्मक संवेदनाएं एवं एक विशद कल्पना निश्चित रूप से उपस्थित थी। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: भारतीय कला एवं संस्कृति: नितिन सिंघानिया
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
सिंधु घाटी सभ्यता की समृद्ध कला के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
सिंधु घाटी सभ्यता की उन विभिन्न विशेषताओं का उल्लेख कीजिए, जिन्होंने उत्कृष्ट कलात्मकता एवं कल्पनाशीलता का प्रदर्शन किया।
उनकी विशद विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
उपर्युक्त को सारांशित करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: भारतीय संस्कृति, जिसमें प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।
2. मूर्तिकला की गांधार शैली ग्रीको-बौद्ध कला का प्रतिनिधित्व करती है, जो उत्कृष्ट एवं यथार्थवादी है क्योंकि मूर्तियां एक उन्नत शैली में काफी परिष्कृत प्रतिरूप प्रदर्शित करती हैं। विस्तार से समझाइए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: भारतीय कला एवं संस्कृति: नितिन सिंघानिया
निर्देशक शब्द:
समझाइए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
गांधार कला की उत्पत्ति एवं उसके विकास पर संक्षेप में चर्चा कीजिए।
विषय वस्तु:
गांधार कला शैली की विशेषताओं के बारे में विस्तार से लिखिए।
निर्मित छवियों के प्रतिरूप में उत्कृष्टता पर टिप्पणी कीजिए।
निष्कर्ष:
गांधार कला की प्रकृति का संक्षेप में वर्णन करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– II
विषय: भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव; प्रवासी भारतीय।
3. जैसा कि यूक्रेन पर युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं, भारत द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के विरुद्ध रूस को सार्वजनिक रूप से सावधान करने की उसकी अनिच्छा एवं सबसे बढ़कर यूक्रेन की संप्रभुता की रक्षा के प्रति उसकी अनिच्छा के सम्बंध में अपने राजनयिक संतुलन कार्यों को लेकर दुविधा का सामना कर रहा है। इसका भारत पर क्या प्रभाव पड़ सकता है? परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: New Indian Express , The Hindu
निर्देशक शब्द:
परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
यूक्रेन संकट का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
अपने राजनयिक संतुलन कार्यों में भारत द्वारा सामना की जा रही दुविधाओं पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
उपर्युक्त एवं यूक्रेन संकट के भारत पर पड़ने वाले संभावित प्रभावों का विस्तार से उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
इस संबंध में भारत को क्या करना चाहिए? समझाते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास एवं दैनिक जीवन में उनके अनुप्रयोग एवं प्रभाव।
4. भारत में अर्द्धचालकों के विविध अनुप्रयोगों की व्याख्या करते हुए उन तरीकों का उल्लेख कीजिए, जिनसे सरकार सभी बैकवर्ड लिंकेज के साथ एक संपन्न घरेलू अर्द्धचालक उद्योग का निर्माण सकती है। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Live Mint
उत्तर की संरचना:
परिचय:
भारत में अर्द्धचालकों के रणनीतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
अर्द्धचालकों के विभिन्न अनुप्रयोगों की चर्चा कीजिए।
अर्द्धचालकों के लिए एक मजबूत घरेलू उद्योग निर्माण के लिए आवश्यक कदमों का उल्लेख कीजिए।
इस संबंध में सरकार द्वारा पहले से शुरू किए गए विभिन्न उपायों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन।
5. देश में प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों को सूचीबद्ध कीजिए। क्या आपको लगता है कि प्लास्टिक एवं प्लास्टिक प्रदूषण पर कानूनी रूप से बाध्यकारी वैश्विक संधि आगे बढ़ने की राह है? समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Down to Earth
निर्देशक शब्द:
समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
भारत एवं विश्व स्तर पर प्लास्टिक के स्तर के सन्दर्भ में आंकड़े प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
इस सन्दर्भ में भारत द्वारा किए गए उपायों के बारे में लिखिए।
प्लास्टिक एवं प्लास्टिक प्रदूषण पर कानूनी रूप से बाध्यकारी वैश्विक संधि के पक्ष एवं विपक्ष पर चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
प्लास्टिक एवं प्लास्टिक प्रदूषण पर कानूनी रूप से बाध्यकारी वैश्विक संधि पर एक संतुलित राय लिखते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: मानवीय मूल्य – महान नेताओं, सुधारकों एवं प्रशासकों के जीवन एवं उपदेशों से प्राप्त शिक्षा।
6. निम्नलिखित उद्धरण से आपका क्या तात्पर्य है? (150 शब्द)
“आप वही हैं जो आप करते हैं, न कि वह जो आप कहते हैं कि आप करेंगे।” ― कार्ल गुस्टाफ युंग
प्रश्न का स्तर: मध्यम
उत्तर की संरचना:
परिचय:
उद्धरण का शाब्दिक अर्थ समझाते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।
विषय वस्तु:
कथनी एवं करनी में अंतर स्पष्ट कीजिए। समझाइए कि कई बार मनुष्य अपने शब्दों के विपरीत कार्य करते हैं या सभी कार्य नहीं करते हैं। यह ईमानदारी एवं व्यक्ति के चरित्र का प्रतिबिंब है। उदाहरण सहित सिद्ध कीजिए।
निष्कर्ष:
अपने कथनों के अनुसार कार्य करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: मानवीय मूल्य – महान नेताओं, सुधारकों एवं प्रशासकों के जीवन एवं उपदेशों से प्राप्त शिक्षा।
7. निम्नलिखित उद्धरण से आपका क्या तात्पर्य है? (150 शब्द)
“ह्रदय को शिक्षित किए बिना मस्तिष्क को शिक्षित करना कोई शिक्षा नहीं है।” – अरस्तु
प्रश्न का स्तर: मध्यम
उत्तर की संरचना:
परिचय:
मस्तिष्क एवं हृदय को शिक्षित करने में क्या अंतर है? स्पष्ट कीजिए।
विषय वस्तु:
समझाइए कि यदि मस्तिष्क ज्ञान प्रदान करता है, तो हृदय से सहानुभूति एवं करुणा उत्पन्न होती है। मूल्यों को विकसित किए बिना मस्तिष्क की शिक्षा अर्थहीन या विनाशकारी भी हो सकती है। उदाहरण सहित सिद्ध कीजिए।
निष्कर्ष:
वर्तमान समय में उद्धरण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।
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