[इनसाइट्स सिक्योर MISSION – 2022] दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 20 दिसंबर 2021 – INSIGHTSIAS

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How to Follow Secure Initiative?

How to Self-evaluate your answer? 

MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययन– I


 

विषय: महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन।

1. पक सामाजिक समर्थन के बिना कानून व्यापक सार्वजनिक कल्याण के लिए अधिनियमित होने पर भी अक्सर विफल हो जाते हैं। क्या बालिकाओं के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए विवाह की आयु में वृद्धि की जाना पर्याप्त उपाय है? समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 सन्दर्भ: The Hindu

निर्देशक शब्द:

 समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

प्रश्न का सन्दर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:  

लड़कियों के लिए विवाह की आयु में वृद्धि किए जाने के विभिन्न लाभों का विस्तार से उल्लेख कीजिए। आंकड़ों एवं उदाहरणों के साथ पुष्टि कीजिए।

यह सामाजिक समर्थन के बिना सफल क्यों नहीं हो सकता है? उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: सामाजिक सशक्तिकरण।

2. निरक्षरता की उच्च दर का भारतीय समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है? साक्षरता में अंतर को पाटने एवं अधिगम के परिणामों में सुधार करने के लिए प्रौद्योगिकी की क्षमता का विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: The Hindu

 निर्देशक शब्द:

 विश्लेषण कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

यह समझाते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए कि भारत में विश्व के सर्वाधिक निरक्षर उपस्थित हैं।

 विषय वस्तु:

निरक्षरता के विभिन्न सामाजिक प्रभावों के बारे में विस्तार से लिखिए।

अधिगम के परिणामों में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी एक सेतु का कार्य कैसे कर सकती है? स्पष्ट कीजिए। उपर्युक्त को सिद्ध करने के लिए उदाहरण भी प्रस्तुत कीजिए।

साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी उपायों का उल्लेख कीजिए।

प्रौद्योगिकी की सीमाओं पर प्रकाश डालिए।

 निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– II


 

विषय: भारत एवं इसके पड़ोसी- संबंध।

3. मत्स्य पालन के मुद्दे भारत-श्रीलंका संबंधों में हमेशा से मौजूद रहे हैं तथा इसके लिए दीर्घकालिक, पारस्परिक रूप से सौहार्दपूर्ण समाधान की आवश्यकता है। जांच कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: The Hindu

निर्देशक शब्द:

जांच कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।

उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भारत एवं श्रीलंका के मध्य पाक खाड़ी संघर्ष का संक्षिप्त सन्दर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

संघर्ष का संदर्भ, कारण एवं विभिन्न दृष्टिकोण प्रस्तुत कीजिए। इस मुद्दे का भारत-लंका संबंधों पर पड़ने वाले प्रभावों पर प्रकाश डालिए।

इस मुद्दे को हल करने के लिए उठाए गए उन विभिन्न कदमों का उल्लेख कीजिए, जो इस मुद्दे को हल करने में उपयोगी नहीं रहे हैं।

ऐसे कदमों का सुझाव दीजिए, जिनसे इस मुद्दे को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाया जा सके।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: भारतीय संविधान- ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएँ, संशोधन, महत्त्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।

4. एक डेटा संरक्षण कानून को नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए एवं एक निगरानी राज्य को सक्षम नहीं करना चाहिए। डेटा संरक्षण विधेयक, 2021 के संदर्भ में टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ: Indian Express

 निर्देशक शब्द:

 टिप्पणी कीजिए ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

डेटा संरक्षण विधेयक, 2021 के लक्ष्य एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

डेटा संरक्षण विधेयक, 2021 की विभिन्न विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

विधेयक के सकारात्मक पहलुओं पर प्रकाश डालिए।

नागरिकों की निजता सुनिश्चित करने में विधेयक की सीमाओं का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

उपरोक्त मुद्दों को हल करने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– III


 

विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।

5. अपने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (NDC) को प्राप्त करने के लिए भारत के प्रदर्शन का मूल्यांकन कीजिए। 2030 तक पेरिस समझौते के अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए और क्या कार्रवाई की आवश्यकता है? (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: Environment by Shankar

 निर्देशक शब्द:

 मूल्यांकन कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है की वह कथन अथवा विषय के महत्व को रेखांकित करते हुए उसकी समग्र उपयोगिता बताये।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

पेरिस जलवायु समझौते के संबंध में भारत के राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (NDC) के बारे में लिखते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

विषय वस्तु:

अपने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (NDC) के संबंध में भारत के प्रदर्शन के सन्दर्भ में एक विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत कीजिए।

नीतियों, कानूनों, नियमों एवं आदेशों के संदर्भ में इस संबंध में उठाए गए कदमों का उल्लेख कीजिए।

इसके प्रदर्शन की तुलना अन्य प्रमुख शक्तियों से कीजिए। उसकी कमियों पर प्रकाश डालिए।

सरकार की ओर से आगे नीतिगत परिवर्तनों के साथ-साथ नागरिकों की ओर से बड़े पैमाने पर व्यवहारिक परिवर्तनों का सुझाव दीजिए ताकि भारत न केवल अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सके बल्कि इससे बहुत आगे निकल सके।

निष्कर्ष:

जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए तार्किक एवं पारिस्थितिक रूप से सोचने एवं कार्य करने की आवश्यकता को सारांशित करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।

6. भारत द्वारा 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक उपायों पर चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

 सन्दर्भ:  Insights on India

 निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

ग्लासगो में संपन्न COP-26 में भारत की घोषणा के संदर्भ में चर्चा करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए। 

विषय वस्तु:  

उत्सर्जन में कटौती के लिए इस संबंध में पहले ही उठाए जा चुके विभिन्न कदमों का उल्लेख कीजिए।

कुछ ऐसे नवोन्मेषी उपायों का सुझाव दीजिए, जिन्हें भारत उत्सर्जन में कटौती करने के लिए अपना सकता है।

 निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– IV


 

विषय: भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों तथा दार्शनिकों के योगदान।

7. विश्व भर के इस ध्रुवीकृत समय में, डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर के विचारों एवं उनके आंदोलन में समुदायों के मध्य सम्बन्ध बनाने की एक स्थायी अपील है। चर्चा कीजिए। (150 शब्द)

प्रश्न का स्तर: मध्यम

निर्देशक शब्द:

चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

उत्तरकीसंरचना:

परिचय:

डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर के बारे में एक संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

विषयवस्तु:

डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नागरिक अधिकार आंदोलनों एवं उन पर महात्मा गांधी के प्रभावों का विस्तार से वर्णन कीजिए।

डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर के आदर्श आज भी विश्व में कैसे प्रासंगिक हैं? चर्चा कीजिए।

भारत में दलित, आदिवासी एवं अल्पसंख्यक समुदायों के बढ़ते मुद्दों पर चर्चा कीजिए कि कैसे डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर समान अधिकारों की वकालत करते हैं और उन पर कैसे लागू होते हैं।

निष्कर्ष:

डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर की समग्र विरासत को संक्षेप में प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।


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