[इनसाइट्स सिक्योर MISSION – 2022] दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 18 अगस्त 2021 – INSIGHTSIAS

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MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययनI


 

विषय: 18वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास- महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व, विषय।

1. भले ही उनकी राजनीतिक मांगें उदारवादी थीं, लेकिन उनकी आर्थिक मांगें उग्र प्रकृति की थीं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदारवादी चरण के संबंध में व्याख्या कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ: अध्याय 7- भारत का स्वतंत्रता संघर्ष: बिपिन चंद्र।

 निर्देशक शब्द:

 व्याख्या कीजिए- प्रश्न में पूछी गई जानकारी को सरल भाषा में व्यक्त कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

उपनिवेशवाद की आर्थिक आलोचना के बारे में लिखकर अपने उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

राजनीतिक सुधारों के लिए अंग्रेजों द्वारा लाए गए सुधारों के प्रतिउत्तर में नरमपंथियों के समग्र दृष्टिकोण का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

नरमपंथियों की आर्थिक समालोचना के प्रभावों का सारांश प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: 18वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास- महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व, विषय।

 2. भारतीय राष्ट्रीय परिदृश्य में उग्रवाद बीसवीं सदी के पहले दशक में अचानक नहीं उभरा। वास्तव में, यह 1857 के विद्रोह के बाद से ही धीरे-धीरे लेकिन अदृश्य रूप से बढ़ रहा था। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ: अध्याय 12 – आधुनिक भारत का संक्षिप्त इतिहास: राजीव अहीर (स्पेक्ट्रम प्रकाशक)

निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

उग्रवाद की विचारधारा क्या है? समझाइए एवं भारतीय राष्ट्रीय परिदृश्य में इसका विश्लेषण प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

समझाइए कि उग्रवादियों का विकास नरमपंथी दौर के बाद नहीं हुआ था बल्कि चरमपंथी विचारों का अस्तित्व 1857 के विद्रोह के दौरान भी उपस्थित था।

इस सन्दर्भ में विभिन्न समाज सुधारकों के दृष्टिकोण का उल्लेख कीजिए।

उग्रवादी विचारधाराओं के उदय के केन्द्रों का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

निष्कर्ष निकालिए कि हालांकि गतिविधियों के अनुसार, उग्रवादियों ने वैचारिक रूप से नरमपंथियों का अनुसरण किया लेकिन इसकी पृष्ठभूमि 1857 के सुधारों के बाद से तैयार की जा रही थी।

 


सामान्य अध्ययनII


 

विषय: भारत एवं इसके पड़ोसी- संबंध।

3. अफगानिस्तान में तालिबान के अधिग्रहण की वास्तविकता के साथ अब भारत के पास वहां अपने हितों की रक्षा के लिए सीमित विकल्प हैं। संशयशील, गुप्त वार्ता का समय समाप्त हो गया है तथा नई दिल्ली को तालिबान के साथ बातचीत शुरू करनी चाहिए क्योंकि यह एक रणनीतिक आवश्यकता है। विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: Live MintInsights on India

 निर्देशक शब्द:

 विश्लेषण कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

अफगानिस्तान में राजनीतिक सत्ता के प्रतिमान परिवर्तन एवं भारत पर इसके प्रभावों के संदर्भ में तथ्य प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

विषय वस्तु:

एक फ्लो चार्ट का उपयोग करते हुए भारत-अफगान संबंधों पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।

अफगानिस्तान में भारत के सामरिक हितों पर प्रकाश डालिए।

भारत ने शांति वार्ता के दौरान तालिबान के साथ कभी सीधी वार्ता क्यों नहीं की है? समझाइए।

भारत को तालिबान के साथ कूटनीतिक रूप से क्यों जुड़ना चाहिए एवं अपनी अफगान नीति में नए बदलाव क्यों शामिल करना चाहिए? सम्बंधित कारणों का सुझाव दीजिए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययनIII


 

विषय: बुनियादी ढाँचाः ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि।

4. जैव ईंधन को कैसे वर्गीकृत किया जाता है? जैव ईंधन एक उदार विकल्प है जो न केवल ऊर्जा सुरक्षा के मुद्दे को हल करता है बल्कि अपने साथ सकारात्मक परिवर्तन की अनेक संभावनाएं भी लाता है। भारत को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह इसका लाभ उठाने में पीछे न रहे। टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ: Down to EarthInsights on India

निर्देशक शब्द:

 टिप्पणी कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

जैव ईंधन एवं विभिन्न पीढ़ियों में इसके वर्गीकरण पर एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:  

तथ्यों/आंकड़ों के माध्यम से भारत एवं वैश्विक स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा के मुद्दों एवं जैव ईंधन के महत्व पर प्रकाश डालिए।

जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में स्वच्छ ऊर्जा की आवश्यकता का उल्लेख कीजिए।

जैव ईंधन पर भारत की नीति के बारे में लिखिए। 

इसके लाभों को प्राप्त करने के लिए और क्या कदम उठाए जाने चाहिए? सुझाव दीजिए।

निष्कर्ष:

निष्कर्ष निकालिए कि सीमित जीवाश्म ईंधन की पृष्ठभूमि में किसी भी राष्ट्र के लिए आगे बढ़ने की राह ऊर्जा क्षेत्र में विविधता लाना है एवं इसलिए भारत के पास जैव ईंधन के लिए एक प्रभावी रणनीति होनी चाहिए।

  

विषय: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास एवं अनुप्रयोग तथा दैनिक जीवन पर इसका प्रभाव।

5. भारत को यह पहचानने की आवश्यकता है कि मेटावर्स लगभग हम पर है। हमें ऐसे नियम बनाने की आवश्यकता है जो इन नए आभासी वातावरण के विकास को प्रोत्साहित करते हुए यह सुनिश्चित करें कि वे अभी भी एक खुले, अंतःक्रियाशील तरीके से कार्य कर सकते हैं। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: Live Mint

निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

मेटावर्स (एक वैज्ञानिक काल्पनिक अवधारणा, जो वास्तविकता में परिवर्तित हो जाएगी) की अवधारणा को समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

विषय वस्तु:

मेटावर्स के विभिन्न घटकों एवं इसके संभावित अनुप्रयोगों पर विस्तार से चर्चा कीजिए।

इसे उदाहरण सहित सिद्ध कीजिए।

उन क्षेत्रों का विश्लेषण कीजिए, जिनकी भारत को नकारात्मक प्रभावों को कम करते हुए अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए सक्रिय रूप से तैयार करने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययनIV


 

विषय: मानवीय मूल्य- महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से प्राप्त शिक्षा।

 6. “बुराई की जीत के लिए केवल यह आवश्यक है कि अच्छे लोग कुछ न करें।” अफगानिस्तान में घटित हाल की घटनाओं के संबंध में यह उद्धरण कितना प्रासंगिक है? (150 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

उद्धरण की एक सरल व्याख्या प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

सचेत निष्क्रियता की नैतिकता एवं उसके परिणामों का उल्लेख कीजिए। उदाहरण भी उद्धृत कीजिए।

अफगानिस्तान के संदर्भ में, अमेरिकी सेना, नाटो एवं अन्य वैश्विक शक्तियों सहित विभिन्न हितधारकों को सूचीबद्ध कीजिए।

साम्प्रदायिक नैतिकता के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालिए, जहां अच्छे लोगों की जिम्मेदारी है कि वे अपनी आवाज उठायें एवं बुराइयों का सामना करें, अपने समुदाय की रक्षा करें।

 निष्कर्ष:

निष्कर्ष निकालिए कि कहीं भी होने वाला अन्याय हर जगह उपस्थित न्याय के लिए खतरा है और इसलिए ‘अच्छे लोगों’ को जिम्मेदारी उठाने का आह्वान करता है।

 

विषय: मानवीय मूल्य- महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से प्राप्त शिक्षा।

7. निम्नलिखित उद्धरण से आपका क्या तात्पर्य है? (150 शब्द)

“राजनीति में भाग लेने से इनकार करने के दंड में से एक यह है कि आप अंत में अपने से कमतर लोगों द्वारा शासित होते हैं” – प्लेटो

प्रश्न का स्तर: मध्यम

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

लोकतांत्रिक राजनीति के संदर्भ में प्रस्तुत इस उद्धरण की संक्षेप में व्याख्या करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

भारत एवं विश्व भर के लिए गैर-भागीदारी के मुद्दों जैसे- भ्रष्टाचार, कुप्रशासन, जवाबदेही की कमी, धन का दुरुपयोग एवं अक्षम शासन आदि को उपयुक्त उदाहरणों के साथ समझाइए।

राजनीति के अपराधीकरण पर चर्चा कीजिए।

उपरोक्त का हमारे देश एवं विश्व पर पड़ने वाले प्रभावों पर प्रकाश डालिए।

निष्कर्ष:

निष्कर्ष निकालिए कि भागीदारी एक महत्वपूर्ण तत्व है और प्रतिस्पर्धी और सुशासन में नैतिक लोगों की भागीदारी की आवश्यकता एक आवश्यक अग्रदूत है।


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