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सामान्य अध्ययन– I
विषय: भारतीय समाज पर वैश्वीकरण का प्रभाव।
1. वैश्वीकरण के संदर्भ में, ‘वैश्विक ग्राम’ से आप क्या समझते हैं? भारतीय समाज पर इसके विभिन्न प्रभावों की विवेचना कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
विवेचना कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न के सभी पक्षों की तार्किक व्याख्या कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
वैश्विक ग्राम को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।
विषय वस्तु:
वैश्विक ग्राम की विभिन्न विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
भारतीय समाज एवं संस्कृति पर वैश्विक ग्राम के सकारात्मक प्रभावों का वर्णन कीजिए।
तथ्यों एवं उदाहरणों के साथ उपर्युक्त की पुष्टि कीजिए।
भारतीय समाज एवं संस्कृति पर वैश्विक ग्राम के नकारात्मक प्रभावों का वर्णन कीजिए।
तथ्यों एवं उदाहरणों के साथ उपर्युक्त की पुष्टि कीजिए।
निष्कर्ष:
सकारात्मक प्रभावों को कैसे बढ़ाया जाए एवं नकारात्मक प्रभावों को कैसे कम किया जाए, इसका उल्लेख करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद एवं धर्मनिरपेक्षता।
2. समाज के साम्प्रदायिकरण के विभिन्न कारण क्या हैं? सद्भाव एवं सहिष्णुता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदमों पर विस्तार से चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu , Indian Express
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
सांप्रदायिकता को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।
विषय वस्तु:
समाज के साम्प्रदायिकरण के विभिन्न कारणों का उल्लेख कीजिए।
समाज में साम्प्रदायिक तनाव का सामना करने के लिए आवश्यक विभिन्न उपायों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
सांप्रदायिकता को कम करने के लिए सरकार, नागरिक समाज आदि द्वारा भविष्य में क्या किया जा सकता है, इसके बारे में लिखिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– II
विषय: भारतीय संविधान- ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएँ, संशोधन, महत्त्वपूर्ण प्रावधान और बुनियादी संरचना।
3. संविधान के अनुच्छेद 44 के क्रियान्वयन से सामाजिक समरसता, लैंगिक समानता एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा। समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: New Indian Express
निर्देशक शब्द:
समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
संविधान के अनुच्छेद 44 में वर्णित समान नागरिक संहिता (UCC) को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
भारत में समान नागरिक संहिता के लक्ष्य एवं उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए।
भारत में समान नागरिक संहिता के पक्ष में तर्कों पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
भारत में समान नागरिक संहिता के विरुद्ध तर्कों पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
समान नागरिक संहिता के संबंध में एक संतुलित राय प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
4. अफ्रीका में भारत की विदेश नीति को परस्पर लाभ के लिए स्वास्थ्य, अंतरिक्ष एवं डिजिटल प्रौद्योगिकियों में संबंधों को विकसित करने एवं उन्हें गहरा करने से सम्बंधित होना चाहिए। टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: Insights on India
निर्देशक शब्द:
टिप्पणी कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
अफ्रीका में भारत की विदेश नीति की संक्षिप्त पृष्ठभूमि प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
भारत-अफ्रीका के मध्य अतीत से वर्तमान तक के संबंधों पर संक्षेप में चर्चा कीजिए।
समझाइए कि कोविड -19 महामारी विश्व के समक्ष सबसे खराब मानवीय एवं आर्थिक संकटों में से एक रही है। इसके प्रभाव अत्यधिक विनाशकारी हैं, विशेष रूप से अफ्रीका के लिए, जहां आर्थिक एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य की स्थिति बेहद कमजोर है।
21वीं सदी में अफ्रीका एक अंध महाद्वीप से आशा के महाद्वीप में बदल गया है। इसके अतिरिक्त, हाल के वर्षों में, अफ्रीका भारत सरकार की विदेश एवं आर्थिक नीति में एक केंद्रीय स्थान रखता है।
वर्तमान संकट के संदर्भ में, भारत ने वर्तमान संकट से उबरने एवं इसके समग्र विकास में सहायता देने के लिए अफ्रीका के साथ सहयोग करने में अपनी इच्छा एवं क्षमता का प्रदर्शन किया है।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियाँ; देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
5. इलेक्ट्रिक वाहनों की प्रगति भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ऐसे वाहन लंबे समय तक टिकाऊ एवं लाभदायक होते हैं। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास एवं इसे प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का मूल्यांकन कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Indian Express
निर्देशक शब्द:
मूल्यांकन कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है की वह कथन अथवा विषय के महत्व को रेखांकित करते हुए उसकी समग्र उपयोगिता बताये।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
जीवाश्म ईंधन आधारित वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी का वर्णन करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
कच्चे तेल पर निर्भरता को कम करने एवं आयात बिल को कम करने तथा घरेलू ऊर्जा स्वतंत्रता में सुधार के संदर्भ में इलेक्ट्रिक वाहन का भारत पर आर्थिक रूप से क्या प्रभाव पड़ सकता है? उल्लेख कीजिए।
इलेक्ट्रिक वाहन की ओर परिवर्तन के पर्यावरणीय लाभों का उल्लेख कीजिए।
इस संबंध में अब तक किए गए विभिन्न उपायों की जाँच कीजिए।
निष्कर्ष:
संभावित लाभों के अधिकतमकरण को सुनिश्चित करने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टैक्नोलॉजी, बायो-टैक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरुकता।
6. नैनो प्रौद्योगिकी समाज को लाभ पहुंचाने के लिए अनेक प्रौद्योगिकी एवं उद्योग क्षेत्रों में काफी सुधार करने, यहां तक कि क्रांति लाने में सहायता कर रही है। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: Insights on India
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
नैनो प्रौद्योगिकी को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
नैनो प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोगों का उल्लेख कीजिए।
ये हमारे विकास के उद्देश्यों एवं हमारे समाज में कैसे सहायता करेगी? स्पष्ट कीजिए।
निष्कर्ष:
उपर्युक्त को सारांशित करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: केस स्टडी।
7. आप एक पंचायत के सरपंच हैं। आपके क्षेत्र में सरकार द्वारा संचालित एक प्राथमिक विद्यालय है। विद्यालय में आने वाले बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाता है। प्रधानाध्यापक ने अब भोजन तैयार करने के लिए विद्यालय में एक नया रसोइया नियुक्त किया है। हालाँकि, जब यह पता चलता है कि रसोइया दलित समुदाय से है, तो उच्च जाति के लगभग आधे बच्चों को उनके माता-पिता द्वारा भोजन करने से रोक दिया जाता है। परिणामतः, विद्यालय में उपस्थिति तेजी से कम हो रही है। इसके परिणामस्वरूप संभवतः मध्याह्न भोजन योजना, उसके बाद शिक्षण स्टाफ एवं बाद में विद्यालय बंद हो सकता है।
(a) इस समस्या को दूर करने एवं सही माहौल बनाने के लिए कुछ व्यवहार्य रणनीतियों पर चर्चा कीजिए।
(b) ऐसे परिवर्तनों को स्वीकार करने के लिए सकारात्मक सामाजिक माहौल बनाने के लिए विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों एवं एजेंसियों की क्या जिम्मेदारियाँ होनी चाहिए? (250 शब्द) (यूपीएससी 2015)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
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