[इनसाइट्स सिक्योर MISSION – 2022] दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 10 मार्च 2022 – INSIGHTSIAS

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MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययन– I


 

विषय: भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखीय हलचल, चक्रवात आदि जैसी महत्त्वपूर्ण भू-भौतिकीय घटनाएँ, भौगोलिक विशेषताएँ और उनके स्थान- अति महत्त्वपूर्ण भौगोलिक विशेषताओं (जल-स्रोत और हिमावरण सहित) और वनस्पति एवं प्राणिजगत में परिवर्तन और इस प्रकार के परिवर्तनों के प्रभाव।

1. जल दबाव मात्रा के साथ-साथ गुणवत्ता के मामले में भी ताजे जल संसाधनों में कमी का कारण बनता है। देश में जल संकट को दूर करने के उपायों का सुझाव दीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: The Hindu

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भारत में जल संकट की स्थिति को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:  

देश में जल संकट के स्तर को दर्शाने के लिए आँकड़े उद्धृत कीजिए।

ताजे जल के मात्रात्मक एवं गुणात्मक पहलुओं पर जल दबाव के प्रभावों का उल्लेख कीजिए एवं समझाइए कि यह हमें कैसे प्रभावित करेगा।

स्थायी जल प्रथाओं को बनाने के लिए आवश्यक तत्काल कदमों का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: भारतीय समाज पर भूमंडलीकरण का प्रभाव।

2. स्टार्ट-अप भारतीय समाज के समक्ष आने वाले मुद्दों को हल करके परिवर्तन के एजेंट के रूप में कार्य कर सकते हैं। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ:  Indian Express

 निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भारत में स्टार्ट अप संस्कृति के उद्भव का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

स्टार्ट-अप भारतीय समाज के समक्ष आने वाली समस्याओं को कैसे हल कर सकते हैं? समझाइए।

अपने उत्तर की पुष्टि के लिए उदाहरण दीजिए।

निष्कर्ष:

परिवर्तन के एजेंट के रूप में स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए एक आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– II


 

विषय: केन्द्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिये कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन।

3. वृद्धजन द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं पर प्रकाश डालिए। वृद्धजनों के लिए उपलब्ध विभिन्न कल्याणकारी उपायों की जाँच कीजिए। क्या आपको लगता है कि वृद्धजन- आवासों को औपचारिक रूप से विनियमित किया जाना चाहिए? (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 सन्दर्भ: The Hindu

निर्देशक शब्द:

 प्रकाश डालिये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर लेखन में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह प्रश्न से सम्बंधित प्रासंगिक जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।

 जाँच कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भारत में वर्तमान में वृद्धजनों की आबादी से संबंधित आंकड़े एवं अगले 3 दशकों में अनुमानित वृद्धि का सन्दर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

वृद्धजनों की समस्याओं के बारे में लिखिए।

बुजुर्गों के कल्याण के लिए उपलब्ध विभिन्न उपायों के बारे में लिखिए एवं उनके लाभ तथा हानियों की जांच कीजिए।

समझाइए कि बुजुर्गों के लिए वृद्धाश्रमों को अधिक सुव्यवस्थित बनाने एवं बुजुर्गों के हितों की रक्षा करने के लिए उन्हें विनियमित करने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– III


 

विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।

4. अर्थव्यवस्था में ऋण आपूर्ति को नियंत्रित करके विकास एवं स्थिरता में तेजी लाने के लिए आरबीआई के समक्ष उपलब्ध विभिन्न गुणात्मक साधनों पर विस्तार से चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ: Insights on India

 निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

गुणात्मक साधन एवं उनकी प्रकृति को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

वे मात्रात्मक साधनों से किस प्रकार भिन्न हैं? उल्लेख कीजिए। 

भारतीय रिजर्व बैंक के विभिन्न गुणात्मक साधनों के बारे में लिखिए एवं उन्हें विस्तार से समझाइए।

निष्कर्ष:

मात्रात्मक एवं गुणात्मक उपकरणों के संयोजन द्वारा मौद्रिक नीति का प्रबंधन कैसे किया जाता है? इसका सारांश प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।

5. वर्तमान स्थिति को देखते हुए, भारत जैसे विकासशील देश के लिए मौद्रिक नीति का प्राथमिक उद्देश्य क्या होना चाहिए- विकास में तेजी लाना या मूल्य स्थिरता? समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ: Insights on India

 निर्देशक शब्द:

 समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।

उत्तर की संरचना:

 परिचय:

मौद्रिक नीति के प्रमुख लक्ष्य एवं उद्देश्यों का उल्लेख करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

देश के व्यापक आर्थिक परिदृश्य के बारे में संक्षेप में लिखिए।

वर्तमान परिस्थितियों में वृद्धि में तेजी लाने की आवश्यकता का उल्लेख कीजिए।

तथ्यों एवं आंकड़ों के साथ उपर्युक्त की पुष्टि कीजिए। इसके गुण-दोष का उल्लेख कीजिए।

वर्तमान परिस्थितियों में मूल्य स्थिरता पर ध्यान देने की आवश्यकता के बारे में लिखिए।

तथ्यों एवं आंकड़ों के साथ उपर्युक्त की पुष्टि कीजिए। इसके गुण-दोष का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

अपनाए जाने वाले पक्ष का उल्लेख कीजिए एवं एक संतुलित राय प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– IV


 

विषय: नीतिशास्त्र तथा मानवीय सह-संबंधः मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सार तत्त्व, इसके निर्धारक और परिणाम; नीतिशास्त्र के आयाम।

6. क्या आपको लगता है कि कुछ अच्छा करने के लिए झूठ का उपयोग करना नैतिक है? विचार-विमर्श कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 निर्देशक शब्द:

 विचार-विमर्श कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के सम्बन्ध में अपने ज्ञान और समझ के अनुसार एक सारगर्भित रूप में उत्तर प्रस्तुत कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

अच्छे परिणाम वाले झूठ को समझाइये एवं उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

सफेद झूठ की प्रकृति की जांच कीजिए एवं विभिन्न नैतिक सिद्धांतों एवं विचारकों का उपयोग करके अवधारणा का विश्लेषण कीजिए।

अपने तर्कों की पुष्टि के लिए उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।

उन परिस्थितियों का उल्लेख कीजिए, जहाँ सफ़ेद झूठ का उपयोग करना ठीक होगा एवं जहाँ सफ़ेद झूठ सही नहीं होगा।

एक संतुलित निर्णय प्रस्तुत कीजिए कि सफेद झूठ का उपयोग स्थिति पर आधारित होता है लेकिन सभी झूठ धोखे का एक रूप होते हैं।

 निष्कर्ष:

निष्कर्ष निकालिए कि जब तक असाधारण परिस्थितियां न हों, तब तक सफेद झूठ को नैतिक रूप से सही ठहराना ठीक नहीं होगा।

 

विषय: मानवीय मूल्य- महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से प्राप्त शिक्षा।

7. अभिवृत्ति एवं व्यवहार के मध्य अंतर स्पष्ट कीजिए। क्या वास्तविक व्यवहार सदैव अभिवृत्ति से जुड़ा होता है? (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: कठिन

 निर्देशक शब्द:

 स्पष्ट कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

अभिवृत्ति एवं व्यवहार को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

समझाइए कि संज्ञानात्मक असंगति सिद्धांत द्वारा अभिवृत्ति एवं व्यवहार के मध्य अंतर स्पष्ट किया जा सकता है।

अभिवृत्ति एवं व्यवहार में भिन्नता को दर्शाने के लिए उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।

 निष्कर्ष:

एक निष्पक्ष एवं संतुलित राय प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।


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