[इनसाइट्स सिक्योर MISSION – 2022] दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 9 मार्च 2022 – INSIGHTSIAS

[ad_1]

 

How to Follow Secure Initiative?

How to Self-evaluate your answer? 

MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययन– I


 

विषय: भारतीय संस्कृति, जिसमें प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य एवं वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।

1. शाहजहाँ के अधीन मुगलों की वास्तुकला में देखी गई निरंतरता एवं परिवर्तन के तत्वों का विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ: The Hindu

 निर्देशक शब्द:

 विश्लेषण कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

यह समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए कि शाहजहाँ के अधीन मुगल वास्तुकला नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई।

 विषय वस्तु:  

शाहजहाँ के अधीन मुगलों की वास्तुकला में देखे गए प्रमुख परिवर्तनों के बारे में लिखिए।  उपर्युक्त को सिद्ध करने के लिए उदाहरण दीजिए।

शाहजहाँ के शासनकाल में निरंतर बने रहे एवं जारी रहे प्रमुख तत्वों का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

उपरोक्त कारणों का उल्लेख करते हुए निष्कर्ष निकालिए कि शाहजहाँ के अधीन मुगल वास्तुकला अपने चरम पर पहुंच गई थी।

 

विषय: 18वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास- महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व, विषय।

2. ज्योतिबा फुले एवं सावित्री बाई फुले के नेतृत्व में सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन ने एक नया अभिविन्यास लिया क्योंकि यह अधिक समावेशी एवं सशक्त बन गया। विस्तार से समझाइए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: Indian Express

 निर्देशक शब्द:

 समझाइए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भारत में सामाजिक-धार्मिक सुधारों के संबंध में प्रश्न का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

ज्योतिबा फुले द्वारा निभाई गई भूमिका एवं भारत में सामाजिक सुधारों में उनके योगदान का उल्लेख कीजिए।

सावित्री बाई फुले द्वारा निभाई गई भूमिका एवं भारत में सामाजिक सुधारों में उनके योगदान का उल्लेख कीजिए।

फुले के इन योगदानों ने आंदोलन को एक नई दिशा प्रदान कैसे की? समझाइए।

निष्कर्ष:

उपर्युक्त को सारांशित करते हुए निष्कर्ष दीजिए।

 


सामान्य अध्ययन– II


 

विषय: विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति और विभिन्न संवैधानिक निकायों की शक्तियाँ, कार्य और उत्तरदायित्व।

3. भ्रष्टाचार विरोधी ओम्बड्समैन के रूप में लोकपाल एवं लोकायुक्त का प्रदर्शन कमज़ोर रहा है एवं इसमें सुधार की आवश्यकता है ताकि उनकी वास्तविक क्षमता प्राप्त हो सके एवं प्रशासन में जवाबदेही सुनिश्चित हो सके। परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 सन्दर्भ: New Indian Express

निर्देशक शब्द:

 परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भारत में लोकपाल एवं लोकायुक्त के लक्ष्य एवं उद्देश्यों का उल्लेख करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

भारत में लोकपाल से संबंधित विभिन्न मुद्दों के बारे में लिखिए।

विभिन्न राज्यों में लोकायुक्त से संबंधित मुद्दों के बारे में लिखिए।

उपर्युक्त को सिद्ध करने के लिए उदाहरण दीजिए। उपर्युक्त के प्रभावों का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

लोकपाल एवं लोकायुक्त द्वारा वास्तविक क्षमता प्राप्त करने में सहायक प्रभावी उपायों का सुझाव देते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– III


 

विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।

4. खुले बाजार की क्रियाओं (OMO) की अवधारणा की व्याख्या कीजिए। विभिन्न व्यापक आर्थिक मापदंडों पर इसका क्या प्रभाव है? (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ:  Insights on India

 निर्देशक शब्द:

 व्याख्या कीजिए- प्रश्न में पूछी गई जानकारी को सरल भाषा में व्यक्त कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

खुले बाजार की क्रियाओं (OMO) को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

खुले बाजार की क्रियाओं (OMO) की कार्यप्रणाली की व्याख्या कीजिए।

विभिन्न समष्टि आर्थिक मानकों पर खुले बाजार की क्रियाओं (OMO) के प्रभावों का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

उपर्युक्त को सारांशित करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।

5. मौद्रिक नीति के उद्देश्यों को प्राप्त करने में भारतीय रिजर्व बैंक के ऋण नियंत्रण के विभिन्न मात्रात्मक साधनों के प्रभावों की जांच कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ:  Insights on India

 निर्देशक शब्द:

 जांच कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।

उत्तर की संरचना:

 परिचय:

भारतीय रिजर्व बैंक के मात्रात्मक साधनों एवं मौद्रिक नीति के मध्य सम्बन्ध का उल्लेख करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

मौद्रिक नीति के विभिन्न उद्देश्यों के बारे में संक्षेप में लिखिए।

उपर्युक्त उद्देश्यों को प्राप्त करने में आरबीआई के मात्रात्मक साधनों के प्रभावों का उल्लेख कीजिए।

 निष्कर्ष:

उपर्युक्त को सारांशित करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– IV


 

विषय: मानवीय मूल्य- महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से प्राप्त शिक्षा।

6. निम्नलिखित उद्धरण से आपका क्या तात्पर्य है? (150 शब्द)

“अच्छे लोगों को जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए कहने के लिए कानूनों की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि बुरे लोग कानूनों के इर्द-गिर्द एक रास्ता खोज लेते हैं” – प्लेटो

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

अपने शब्दों में उद्धरण की व्याख्या करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

अच्छे लोगों में कानूनों की उपस्थिति या अनुपस्थिति में जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए बाध्य बनाने वाली सत्यनिष्ठा की भूमिका की व्याख्या कीजिए।

समझाइए कि बुरे लोग सदैव कानूनों के इर्द-गिर्द कमियां खोजने की कोशिश करते हैं। उदाहरण सहित सिद्ध कीजिए।

 निष्कर्ष:

कानूनों का उल्लंघन करने वालों के प्रति जवाबदेही में सुधार की आवश्यकता का उल्लेख करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: मानवीय मूल्य- महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन तथा उनके उपदेशों से प्राप्त शिक्षा।

7. निम्नलिखित उद्धरण से आपका क्या तात्पर्य है? (150 शब्द)

“भारत में स्वर्ग की राह की भांति सामाजिक सुधार की राह भी अनेक कठिनाइयों से भरी हुई है। भारत में सामाजिक सुधारों के कुछ मित्र एवं अनेक आलोचक हैं।” – डॉ बी. आर.  अम्बेडकर

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

अपने शब्दों में उद्धरण की व्याख्या करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

सामाजिक सुधारों का संदर्भ एवं सामाजिक सुधारों को सुनिश्चित करने में आने वाली कठिनाइयों की व्याख्या कीजिए।

इसके व्यवहारिक कारणों का उल्लेख कीजिए। अतीत एवं वर्तमान के उदाहरणों के साथ उपर्युक्त की पुष्टि कीजिए।

 निष्कर्ष:

सामाजिक सुधार के लिए प्रतिरोध को दूर करने के उपायों का उल्लेख करते हुए निष्कर्ष निकालिए।


Join our Official Telegram Channel HERE for Motivation and Fast Updates

Subscribe to our YouTube Channel HERE to watch Motivational and New analysis videos

[ad_2]

Leave a Comment