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How to Follow Secure Initiative?
How to Self-evaluate your answer?
MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE
सामान्य अध्ययन– I
विषय: महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन, जनसंख्या एवं संबद्ध मुद्दे।
1. आपदाओं एवं महामारी का कमजोर वर्गों, विशेषकर बच्चों के जीवन पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। स्पष्ट कीजिए। (150 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
स्पष्ट कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
आपदाओं एवं महामारी का बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में आंकड़े प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
महामारी के कारण बच्चे, विशेषकर अनाथ बच्चे कैसे प्रभावित होते हैं? समझाइए।
इन मुद्दों से निपटने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं? प्रकाश डालिए।
आपदाओं एवं महामारी के प्रभाव को कम करने एवं बच्चों को सशक्त बनाने के लिए और क्या करने की आवश्यकता है? सुझाव दीजिए।
निष्कर्ष:
भविष्य की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– II
विषय: जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएँ।
2. चुनाव के संचालन में प्रौद्योगिकी के उपयोग ने इसे और अधिक विश्वसनीय कैसे बना दिया है? परीक्षण कीजिए। भारत में चुनावी प्रक्रिया में सभी के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं? (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Polity by M.Lakshmikanth
निर्देशक शब्द:
परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
चुनावी प्रक्रिया पर संक्षिप्त जानकारी, सम्बंधित मुद्दों एवं संदर्भों पर प्रकाश डालते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
इस दृष्टिकोण से चुनाव आयोग द्वारा किए गए उपायों पर प्रकाश डालते हुए उल्लेख कीजिए कि कैसे प्रौद्योगिकी के उपयोग से भारत में चुनाव के संचालन में विकास हुआ है।
भारत में चुनावी प्रक्रिया से संबंधित निरंतर मुद्दों पर संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत कीजिए।
भारत में चुनावी प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए किए जाने वाले उपायों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
एक प्रासंगिक समापन वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव।
3. ‘वैश्विक नियम-आधारित व्यवस्था’ एक आदर्शवादी मिथक है। क्या आप सहमत हैं? वर्तमान यूक्रेन-रूस युद्ध की स्थिति के सन्दर्भ में कथन पर टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Indian Express
निर्देशक शब्द:
टिप्पणी कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
वैश्विक नियम आधारित व्यवस्था पर संक्षिप्त टिप्पणी करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
वैश्विक नियम आधारित व्यवस्था के महत्व का उल्लेख कीजिए।
ऐसी नियम आधारित व्यवस्था के सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रभावों का उल्लेख कीजिए।
एक संदर्भ के रूप में वर्तमान युद्ध की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए समझाइए कि क्या वर्तमान विश्व में ऐसी व्यवस्था एक मिथक है या एक आवश्यक वास्तविकता है।
निष्कर्ष:
इस परिप्रेक्ष्य में आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
4. हालाँकि अमर्त्य सेन ने भारत के विकास संबंधी मुद्दों से निपटने के लिए राज्य के नेतृत्व वाली सामाजिक कल्याण योजनाओं पर बल दिया है, जबकि अन्य का तर्क है कि आर्थिक विकास पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है ताकि सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हों। आपको क्या लगता है कि भारत की वृद्धि एवं विकास के लिए सबसे उपयुक्त तर्क क्या है? उदाहरण सहित अपने दृष्टिकोण की पुष्टि कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: आधारभूत अर्थव्यवस्था, NCERT
उत्तर की संरचना:
परिचय:
संवृद्धि एवं विकास के सन्दर्भ में दोनों तर्कों को संक्षेप में समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
अमर्त्य सेन के तर्क की व्याख्या कीजिए एवं समझाइए कि यह भारत के विकास के अनुकूल कैसे होगा।
भगवती के तर्कों की व्याख्या कीजिए।
दोनों दृष्टिकोणों की उपयोगिता एवं सीमाओं का वर्णन कीजिए।
निष्कर्ष:
एक प्रासंगिक तरीके से आगे की राह एवं एक संतुलित दृष्टिकोण के साथ निष्कर्ष निकालिए।
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
5. क्या आर्थिक रूप से पूर्ण समानता वांछनीय है? साथ ही, आप कहाँ तक सहमत हैं कि भारत में विकास न तो बुरी तरह से असमानता को बढ़ा रहा है और न ही हमें इससे परेशान होना चाहिए क्योंकि संवृद्धि सफलतापूर्वक गरीबी का उन्मूलन कर रही है? समावेशी विकास के संदर्भ में चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: NCERT Class XI
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
असमानता एवं समावेशी विकास को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
पूर्ण समानता आवश्यक रूप से वांछनीय क्यों नहीं है? तर्क दीजिए।
समावेशी विकास प्राप्त करने के लिए भारत के संवृद्धि के आर्थिक मॉडल के बारे में विचार-विमर्श कीजिए।
क्या संवृद्धि गरीबी का उन्मूलन कर रही है? विश्लेषण कीजिए।
निष्कर्ष:
एक संतुलित दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: केस स्टडी।
6. एक अनुसूचित जाति समुदाय का एक युवक जो राज्य छात्रवृत्ति योजना के तहत ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में शिक्षित है एवं वर्तमान में गूगल के तहत काम कर रहा है, अपनी शादी की रस्मों के अंतर्गत अपने इलाके के एक मंदिर में जाना चाहता है। ऐतिहासिक रूप से, उच्च जाति के नेताओं ने उसके समुदाय को ऐसा करने से मना किया है। दूल्हे ने अपने जिला कलेक्टर से सहायता मांगी है।
जिला कलेक्टर दूल्हे को मंदिर में जाने एवं वहां अनुष्ठान करने में कैसे सहायता कर सकता है? (20 अंक, 250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
उत्तरकीसंरचना:
परिचय:
प्रश्न का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषयवस्तु:
दूल्हे की सहायता करने के लिए जिला कलेक्टर के समक्ष उपलब्ध न्यूनतम व्यवहार्य से लेकर अधिकतम व्यवहार्य तक कुछ विकल्प प्रस्तुत कीजिए।
नैतिक दृष्टिकोण से सभी विकल्पों के पक्ष-विपक्ष का विश्लेषण कीजिए।
अपने अनुसार सर्वोत्तम संभव कार्रवाई का चयन कीजिए एवं इसके चयन के पीछे के कारणों को नैतिक रूप से उचित ठहराइए।
कार्यों के किसी भी नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए आवश्यक कदमों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
नैतिकता एवं सदाचार द्वारा निर्देशित कार्रवाई करने के महत्व पर बल देते हुए निष्कर्ष निकालिए।
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