[इनसाइट्स सिक्योर MISSION – 2022] दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 17 फरवरी 2022 – INSIGHTSIAS

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MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययन– I


 

विषय: भारतीय संस्कृति, जिसमें प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।

1. हालाँकि विजयनगर काल को प्रायः तेलुगु साहित्य के स्वर्ण काल के रूप में दावा किया जाता है लेकिन तमिल, कन्नड़ एवं संस्कृत में भी समान रूप से बड़ी संख्या में रचनाएँ लिखी गईं। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 सन्दर्भ: भारतीय कला एवं संस्कृति: नितिन सिंघानिया

 निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

विजयनगर काल के दौरान साहित्य की समृद्ध प्रगति का उल्लेख करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:  

विजयनगर काल के दौरान तेलुगु साहित्य में देखी गई प्रगति पर प्रकाश डालिए।

विजयनगर काल के दौरान तमिल, कन्नड़ एवं संस्कृत में हुए महत्वपूर्ण विकासों एवं कार्यों का उल्लेख कीजिए।

महत्वपूर्ण कृतियों एवं उनके रचनाकारों का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

विजयनगर काल को सारांशित करते हुए निष्कर्ष निकालिए कि इस क्षेत्र में लगभग सभी भाषाओं का विकास हुआ।

 

विषय: भारतीय संस्कृति, जिसमें प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।

2. स्तूप क्या है? स्तूप की मुख्य विशेषताओं की विवेचना कीजिए। मौर्योत्तर काल के दौरान स्तूप वास्तुकला के विकास पर प्रकाश डालिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ: भारतीय कला एवं संस्कृति: नितिन सिंघानिया

 निर्देशक शब्द:

 विवेचना कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न के सभी पक्षों की तार्किक व्याख्या कीजिए।

प्रकाश डालिये- ऐसे प्रश्नों के उत्तर लेखन में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह प्रश्न से सम्बंधित प्रासंगिक जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

स्तूप को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

स्तूप का एक छोटा सा आरेख बनाइए एवं स्तूप की प्रमुख विशेषताओं एवं उनके महत्व का उल्लेख कीजिए।

भारत में मौर्योत्तर काल में स्तूप के निर्माण में हुई प्रगति का सोदाहरण उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

स्तूप स्थापत्य के संबंध में संक्षेप में निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– II


 

विषय: महिलाओं की भूमिका एवं महिला संगठन, जनसंख्या एवं संबंधित मुद्दे।

3. लैंगिक मानदंड एवं पितृसत्तात्मक दृष्टिकोण महिलाओं के प्रजनन अधिकारों एवं गर्भनिरोधक विकल्पों को नियंत्रित करते हैं। महिलाओं के मध्य बेहतर सूचना एवं स्वस्थ प्रजनन व्यवहार को बढ़ावा देना इस मुद्दे के समाधान की राह होनी चाहिए। समझाइए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 सन्दर्भ:  Live Mint

 निर्देशक शब्द:

 समझाइए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

महिलाओं के प्रजनन अधिकारों एवं विकल्पों के संबंध में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के हालिया निष्कर्षों का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

लैंगिक मानदंड एवं पितृसत्तात्मक दृष्टिकोण महिलाओं की पसंद एवं उसी के प्रतिकूल प्रभावों को कैसे प्रभावित करते हैं? उल्लेख कीजिए।

इस मुद्दे को दूर करने के लिए आवश्यक उपायों के बारे में लिखिए।

निष्कर्ष:

उपरोक्त मुद्दों के समाधान के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: सांविधिक, विनियामक और विभिन्न अर्द्ध-न्यायिक निकाय।

4. भारत में न्यायाधिकरण अनेक प्रशासनिक बाधाओं का सामना करते हैं, जिससे मामलों के निपटान में विलम्ब एवं भारतीय न्यायाधिकरण प्रणाली के कम उपयोग में वृद्धि होती है। विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ:  The Hindu

 निर्देशक शब्द:

 विश्लेषण कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

न्यायाधिकरणों एवं उनके विलंबपूर्ण न्याय को दूर करने के उद्देश्य एवं तकनीकी मुद्दों पर न्यायनिर्णयन के बारे में संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

न्यायाधिकरण से सम्बंधित संविधान के प्रासंगिक अनुच्छेदों का उल्लेख कीजिए।

आँकड़ों एवं तथ्यों के उपयोग की सहायता से भारत में न्यायाधिकरणों का संक्षिप्त इतिहास प्रस्तुत कीजिए।

लंबित मामलों, न्यायनिर्णयन, अपीलों, नियुक्तियों आदि के संबंध में न्यायाधिकरणों के प्रदर्शन पर चर्चा कीजिए।

न्यायाधिकरणों में अधिक स्वतंत्रता लाने के लिए न्यायाधिकरणों से संबंधित न्यायालय के नवीनतम निर्णयों का उल्लेख कीजिए। राष्ट्रीय न्यायाधिकरण आयोग एवं न्यायाधिकरण में जनशक्ति के मुद्दे के बारे में चर्चा कीजिए।

 निष्कर्ष:

न्यायाधिकरणों के माध्यम से न्याय व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– III


 

विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।

5. मौद्रिक नीति को आर्थिक विकास एवं उच्च मुद्रास्फीति के मध्य संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है। केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों को कम क्यों रखा है? इसका प्रभाव क्या है? अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति की बढ़ती दर के कारकों की जांच कीजिए एवं इसे संतुलित करने के लिए आवश्यक कदमों का सुझाव दीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: The Hindu , New Indian Express

 निर्देशक शब्द:

 जांच कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

मुद्रास्फीति एवं आर्थिक विकास के मध्य एक कड़ी विकसित करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए। 

विषय वस्तु:

केंद्रीय बैंक को इसे संतुलित करने का कार्य क्यों सौंपा जाता है? स्पष्ट कीजिए।

आरबीआई द्वारा निम्न ब्याज दरों के कारणों का उल्लेख कीजिए।

नीति दर को कम रखने के प्रभावों के बारे में लिखिए।

मुद्रास्फीति में वृद्धि की प्रवृत्तियों के कारणों का उल्लेख कीजिए एवं उसे नियंत्रित करने के उपायों का सुझाव दीजिए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– IV


 

विषय: कॉर्पोरेट प्रशासन।

6. भारत में कॉर्पोरेट शासन अनैतिक व्यवहारों को रोकने के प्रति प्रायः अक्षम, प्रतिक्रियाशील एवं बहुत शक्तिहीन पाया गया है। हाल की घटनाओं के आलोक में टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

 सन्दर्भ:Indian Express

 निर्देशक शब्द:

 टिप्पणी कीजिए ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

कॉर्पोरेट प्रशासन को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।

विषय वस्तु:  

कॉर्पोरेट प्रशासन की विभिन्न सीमाओं एवं कमियों के बारे में लिखिए।

उपर्युक्त को नियंत्रित करने के लिए उपायों का सुझाव दीजिए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: लोक प्रशासन में लोक/सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्रः स्थिति तथा समस्याएँ; सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएँ तथा दुविधाएँ।

7. क्या आपको लगता है कि देश में ईमानदार एवं सच्चे अधिकारियों के उत्पीड़न को रोकने के लिए पर्याप्त तंत्र उपस्थित हैं? सोदाहरण सिद्ध कीजिए। (150 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

उत्तर की संरचना: 

परिचय:

यह समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए कि कभी-कभी ईमानदार होने की कीमत चुकानी पड़ती है।

 विषय वस्तु:  

सत्ता में बैठे लोगों से सच बोलने के कारण सिविल सेवकों को निशाना क्यों बनाया जाता है? सोदाहरण उल्लेख कीजिए।

इनके समाधान के लिए भारत में उपलब्ध तंत्र का उल्लेख कीजिए।

इसकी सीमाओं का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

इन तंत्रों को अधिक शक्तिशाली एवं प्रभावी बनाने के उपायों का सुझाव देते हुए निष्कर्ष निकालिए।


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