[इनसाइट्स सिक्योर MISSION – 2022] दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 7 दिसंबर 2021 – INSIGHTSIAS

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MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययन– I


 

विषय: भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखीय हलचल, चक्रवात आदि जैसी महत्त्वपूर्ण भू-भौतिकीय घटनाएँ, भौगोलिक विशेषताएँ और उनके स्थान- अति महत्त्वपूर्ण भौगोलिक विशेषताओं (जल-स्रोत और हिमावरण सहित) और वनस्पति एवं प्राणिजगत में परिवर्तन और इस प्रकार के परिवर्तनों के प्रभाव।

1. चक्रवातों से निपटने के लिए भारत की तैयारी पूर्वानुमान एवं आपदा न्यूनीकरण में अधिक विशेषज्ञता विकसित करने तथा समुदायों के मध्य लचीलापन बढ़ाने के लिए नीतियां तैयार करने पर निर्भर करती है। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

 सन्दर्भ: Hindustan Times

निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

हाल के दिनों में भारत को प्रभावित करने वाले चक्रवातों का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:  

समझाइए कि चक्रवात आपदा प्रबंधन में चक्रवातों के शमन एवं तैयारी के उपाय शामिल हैं। उत्तर हिंद महासागर में भारत की स्थिति इसे उष्णकटिबंधीय चक्रवात के प्रति संवेदनशील बनाती है।

अपनाए जाने वाले आवश्यक उपायों पर चर्चा कीजिए।

 निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– II


 

विषय: गरीबी एवं भूख से संबंधित विषय।

2. खराब पोषण के परिणामों को समाज द्वारा नज़रअंदाज किया जाना अत्यधिक महंगा है और इसलिए कुपोषण से निपटने के लिए निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता है। विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: The Hindu

 निर्देशक शब्द:

 विश्लेषण कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के आधार पर भारत में कुपोषण के संबंध में आंकड़े प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

कुपोषण के दुष्परिणामों के बारे में लिखिए।

अब तक किए गए विभिन्न नीतिगत उपायों के बारे में लिखिए।

उन्हें और बेहतर बनाने के लिए आवश्यक क़दमों का सुझाव दीजिए।

निष्कर्ष:

एसडीजी-2 प्राप्त करने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: भारत एवं इसके पड़ोसी- संबंध।

3. म्यांमार से किए जाने वाले व्यवहार के सन्दर्भ में विधि के शासन पर जोर एवं लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के प्रति प्रतिबद्धता दीर्घकालिक दृष्टिकोण होना चाहिए। विस्तार से समझाइए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ: The Hindu

 निर्देशक शब्द:

 समझाइए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर की संरचना:

 परिचय:

लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई संसद को उखाड़ फेंकने एवं सैन्य तानाशाही स्थापित करने के हालिया तख्तापलट का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

म्यांमार के ऐतिहासिक विकास पर प्रकाश डालिए।

हाल के तख्तापलट के प्रभावों का उल्लेख कीजिए।

इस पर भारत की संभावित प्रतिक्रिया क्या होनी चाहिए? समझाइए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय।

4. सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम 1958 (AFSPA) के द्वारा सशस्त्र बलों को दी जाने वाली निरंकुश शक्ति के लिए प्रायः “कठोर अधिनियम” के रूप में इसकी आलोचना की जाती है। क्या इसे निरस्त कर देना चाहिए? टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ:  The Hindu

निर्देशक शब्द:

 टिप्पणी कीजिए ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम 1958 (AFSPA) के उद्देश्यों का उल्लेख करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम 1958 (AFSPA) की व्यापक विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

नागालैंड में निर्दोष नागरिकों की हत्या एवं इसके दुरुपयोग के अन्य मामलों का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम 1958 (AFSPA) के लाभ एवं हानियों का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम 1958 (AFSPA) के संबंध में भारत द्वारा की जाने वाली कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– III


 

विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।

5. जैव-संचय, जैव-सांद्रण एवं जैव-आवर्धन के मध्य सोदाहरण अंतर स्पष्ट कीजिए। जैव आवर्धन के प्रभावों का परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ: Insights on India

 निर्देशक शब्द:

 परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

जैव-संचय, जैव-सांद्रता एवं जैव-आवर्धन को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।

 विषय वस्तु:

विभिन्न स्थलीय एवं जलीय प्रणालियों में उपर्युक्त तीनों परिघटनाओं के उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।

जैव आवर्धन के प्रभावों के बारे में लिखिए।

निष्कर्ष:

जैव-आवर्धन के समाधान के लिए अपनाए गए विभिन्न उपायों का उल्लेख करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।

6. पोषक चक्रों के संदर्भ में प्रकृति में मानव हस्तक्षेप के परिणामों का विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: कठिन

 सन्दर्भ:  Insights on India

 निर्देशक शब्द:

 विश्लेषण कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

पोषक चक्र को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए।

 विषय वस्तु:  

पोषक चक्र के विभिन्न घटकों के बारे में विस्तार से बताइए।

पोषक चक्रों पर मानवजनित गतिविधियों के प्रभावों का उल्लेख कीजिए।

इसके समाधान के लिए उपाय सुझाइए।

निष्कर्ष:

आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययन– IV


 

विषय: अभिवृत्तिः सारांश (कंटेन्ट), संरचना, वृत्ति; विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध।

7. परहितवाद से आप क्या समझते हैं? चर्चा कीजिए। (150 शब्द)

प्रश्न का स्तर: मध्यम

 सन्दर्भ: plato.stanford.edu

 निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

परहितवाद को परिभाषित करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।

विषय वस्तु:  

समझाइए कि दैनिक जीवन में अजनबियों के लिए दरवाजा पकड़ने से लेकर ज़रूरतमंद लोगों को पैसे देने तक परहितवाद के अनेक छोटे-छोटे उदाहरण उपस्थित हैं। समाचार एवं कहानियां अक्सर परोपकारिता के बड़े मामलों पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जैसे कि एक आदमी ने एक डूबते हुए अजनबी को बचाने के लिए बर्फीली नदी में गोता लगाया अथवा एक दाता ने स्थानीय दान के लिए हजारों डॉलर का दान दिया।

निष्कर्ष:

वर्तमान समय में परोपकारिता के महत्व एवं सकारात्मक परिणामों के लिए इसका उपयोग करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।


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