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सामान्य अध्ययन– I
विषय: विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएँ।
1. अग्नि वलय, जिसे परि-प्रशांत मेखला भी कहा जाता है, प्रशांत महासागर के सहारे स्थित एक पथ है, जो सक्रिय ज्वालामुखियों एवं सतत भूकंपों की विशेषता से युक्त है। इसके कारणों की विवेचना कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: Insights on India
निर्देशक शब्द:
विवेचना कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न के सभी पक्षों की तार्किक व्याख्या कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
अग्नि-वलय क्या है? परिभाषित कीजिए एवं इस क्षेत्र में ज्वालामुखी एवं भूकंप से संबंधित आंकड़े प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
अग्नि-वलय का एक छोटा, साफ-सुथरा मानचित्र बनाएं एवं उसकी अवस्थिति, आकार तथा विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
प्रशांत अग्नि-वलय के निर्माण पर चर्चा कीजिए एवं इसकी सक्रिय अवस्था के कारणों की व्याख्या कीजिए, जिसके कारण यहाँ विश्व के सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखी उपस्थित हैं।
इससे सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण भूवैज्ञानिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
विश्व के भौतिक विज्ञान के लिए भौगोलिक विशेषता की प्रासंगिकता बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएँ।
2. डेल्टा अविश्वसनीय रूप से विविध एवं पारिस्थितिक रूप से और साथ ही आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण पारिस्थितिक तंत्र हैं। डेल्टाओं को मानवजनित गतिविधियों से उत्पन्न खतरों का विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Insights on India
निर्देशक शब्द:
विश्लेषण कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
डेल्टा की स्थलाकृति को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
डेल्टाओं की विविधता एवं उसके कारणों का उल्लेख कीजिए।
डेल्टा के आर्थिक महत्व पर प्रकाश डालिए। उदाहरण भी उद्धृत कीजिए।
विश्व भर के उदाहरणों के साथ डेल्टाओं के पारिस्थितिक महत्व के बारे में लिखिए।
मानवजनित गतिविधियां डेल्टा को नकारात्मक रूप से कैसे प्रभावित कर रही हैं? उल्लेख कीजिए। सम्बंधित तथ्यों एवं आंकड़ों पर प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
डेल्टा की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम सुझाकर निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– II
विषय: संघ एवं राज्यों के कार्य तथा उत्तरदायित्व, संघीय ढाँचे से संबंधित विषय एवं चुनौतियाँ, स्थानीय स्तर पर शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसकी चुनौतियाँ।
3. लोक व्यवस्था तथा पुलिस पूर्ण रूप से राज्य के क्षेत्र में आती है। इन दोनों विषयों के संबंध में राज्य सरकार की जिम्मेदारी का पूरा सम्मान किया जाना चाहिए। हालांकि, देश की सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए केंद्र एक राज्य में अपने बलों को स्वप्रेरणा से तैनात कर सकता है। टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
टिप्पणी कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
हमारे संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार भारत के संघीय ढांचे पर एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
समझाइए कि भारत का संघीय ढांचा संयुक्त राज्य अमेरिका के संघीय ढांचे की तरह कठोर नहीं है।
सुरक्षा (आंतरिक एवं बाह्य) के मामलों में केंद्र तथा राज्य के मध्य एक सहयोगी दृष्टिकोण की आवश्यकता पर विचार-विमर्श कीजिए और समझाइए कि केंद्रीय बलों की तैनाती आम सहमति एवं स्थितिजन्य मांग के आधार पर होनी चाहिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि संघ को राज्यों की असुरक्षा पैदा किए बिना सावधानी के साथ तैनाती की अपनी शक्तियों का प्रयोग करना चाहिए।
विषय: महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश।
4. सभी उथल-पुथल के बीच, अफगानिस्तान के प्रति किसी भी कार्रवाई में प्राथमिक सिद्धांत मानवीय चिंताओं से निर्देशित होना चाहिए। जांच कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
जांच कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
अफगानिस्तान में हाल के भू-राजनीतिक परिवर्तनों का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
अमेरिका की वापसी के बाद अफगानिस्तान में देखे गए बड़े पैमाने पर मानवीय संकट का उल्लेख कीजिए। इसके प्रभावों के बारे में लिखिए।
संकट को समग्र रूप से संबोधित करने के लिए महत्वपूर्ण एवं आवश्यक कदमों का उल्लेख कीजिए। इसमें भारत की भूमिका का उल्लेख कीजिए।
उल्लेख कीजिए कि इन मानवीय प्रयासों को सुरक्षा उपायों को बढ़ाकर पूरक बनाया जाना चाहिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: आपदा और आपदा प्रबंधन।
5. अनुकूलन एवं शमन के मध्य संतुलन सुनिश्चित किए बिना, जलवायु वित्त शमन की ओर विषम बना हुआ है। जलवायु वित्त प्राप्त करने के लिए विभिन्न तंत्रों पर चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
पेरिस समझौते एवं विकसित तथा विकासशील देशों के संबंध में जलवायु परिवर्तन को अपनाने तथा शमन दृष्टिकोण में अंतर पर एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
जलवायु वित्त पोषण तथा इसके तंत्र के बारे में उल्लेख कीजिए।
शमन संतुलन के साथ-साथ अनुकूलन दृष्टिकोण की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि विकासशील देशों के सामने आने वाले अधिक से अधिक खतरों एवं चुनौतियों को स्वीकार करते हुए एक वैश्विक एकीकृत दृष्टिकोण को जलवायु वित्तपोषण तंत्र द्वारा स्वीकार किया जाना चाहिए।
विषय: सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ एवं उनका प्रबंधन- संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध।
6. प्रौद्योगिकी एवं आतंकवाद का अभिसरण वास्तविक तथा आभासी के मध्य सबसे खराब प्रकार के फीडबैक लूप का प्रतिनिधित्व करता है। इस बीच, राज्य इस अभिसरण का उत्तर देने एवं राष्ट्रीय सुरक्षा की अनिवार्यता तथा साइबर स्पेस में वहन की जाने वाली स्वतंत्रता को संतुलित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
यह उल्लेख करते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए कि आतंकवादी संगठनों ने अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में एक बल गुणक के रूप में प्रौद्योगिकी का सह-चयन किया है।
विषय वस्तु:
इंटरनेट की विशेषताओं के बारे में चर्चा कीजिए।
आतंकवादी समूहों के अपनी आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
सुझाव दीजिए कि राज्यों को साइबर स्पेस में स्वतंत्रता बनाए रखते हुए अधिक प्रौद्योगिकी, बेहतर प्रौद्योगिकी एवं दुर्भावनापूर्ण तत्वों के विरुद्ध प्रौद्योगिकी की कुशल तैनाती, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता एवं सीमाओं के बिना आतंकवाद के खतरे को दूर करने के लिए नए मंचों की आवश्यकता, क्षमता निर्माण में निवेश की आवश्यकता, तकनीकी फर्मों की सतर्कता आदि का चयन करना चाहिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष कीजिए कि आतंकवाद एवं प्रौद्योगिकी के संगम से उत्पन्न नवीन चुनौतियों के लिए राज्यों द्वारा एक मजबूत आतंकवाद-रोधी तंत्र विकसित करने के लिए एक नए दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: अभिवृत्तिः सारांश (कंटेन्ट), संरचना, वृत्ति; विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध; नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि; सामाजिक प्रभाव और धारण।
7. प्रतिस्पर्धा एवं व्यावसायीकरण के युग में, एक ऐसे नेता के रूप में बने रहना एक कठिन कार्य है, जो अपनी नैतिकता के प्रति सच्चा रहता है। विश्लेषण कीजिए। (150 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि: लेक्सिकन प्रकाशन।
निर्देशक शब्द:
विश्लेषण कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
एक अच्छे नेता के कुछ लक्षणों पर प्रकाश डालते हुए नेतृत्व को परिभाषित कीजिए।
विषय वस्तु:
बढ़ते घोटालों एवं व्यवसायों के एकमात्र मौद्रिक लाभ की अंधी दौड़ के वर्तमान संदर्भ में एक नैतिक नेता की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।
नैतिकता के साथ एवं बिना नेतृत्व के मामलों एवं संगठन के साथ-साथ समाज पर इसके प्रभावों पर प्रकाश डालिए एवं कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
निष्कर्ष:
नैतिक नेतृत्व की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए एवं उपरोक्त बिंदुओं को संक्षेप में प्रस्तुत करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
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