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MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE
सामान्य अध्ययन– I
विषय: विश्व का इतिहास, जिसमें 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएँ यथा औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनःसीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि शामिल होंगे, उनके रूप तथा समाज पर उनका प्रभाव शामिल होंगे।
1. शीत युद्ध ने विश्व भर के अनेक क्षेत्रों एवं मंचों पर अपना प्रदर्शन किया, जिसके अनेक निहितार्थ थे। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: मास्टरिंग वर्ल्ड हिस्ट्री: नॉर्मन लोव
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
शीत युद्ध का प्राथमिक कारण क्या था? समझाते हुए अपने उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
युद्ध के “तात्कालिक” पहलुओं के बारे में लिखिए।
उन विभिन्न क्षेत्रों के बारे में लिखिए, जिनके कारण शीत युद्ध समाप्त हो गया।
उपरोक्त के प्रभावों पर प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
आप इस तथ्य पर प्रकाश डालते हुए उत्तर समाप्त कर सकते हैं कि हाल के वर्षों में अमरीका एवं चीन के बीच एक नया शीत युद्ध चल रहा है।
विषय: विश्व का इतिहास, जिसमें 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएँ यथा औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनःसीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि शामिल होंगे, उनके रूप तथा समाज पर उनका प्रभाव शामिल होंगे।
2. क्या गुटनिरपेक्ष देशों ने शीत युद्ध के संघर्षों को कम करने में कोई भूमिका निभाई? गुटनिरपेक्ष आंदोलन के संस्थापक सदस्यों में से एक के रूप में, भारत ने क्या जिम्मेदारी निभाई? समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: मास्टरिंग मॉडर्न वर्ल्ड हिस्ट्री: नॉर्मन लोव, एनसीईआरटी: कक्षा- 12 समकालीन विश्व राजनीति
निर्देशक शब्द:
समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
गुटनिरपेक्ष आंदोलन का परिचय प्रस्तुत कीजिए एवं इसके उद्भव की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
महाशक्तियों के मध्य तनाव को कम करने में गुटनिरपेक्ष आंदोलन द्वारा निभाई गई भूमिका पर सोदाहरण विस्तार से चर्चा कीजिए।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन के सदस्य के रूप में भारत द्वारा निभाई गई भूमिका पर प्रकाश डालिए एवं उसका मूल्यांकन कीजिए (भारत की भूमिका की कुछ आलोचनाओं का भी उल्लेख कीजिए)।
निष्कर्ष:
2020 के शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की उपस्थिति का उल्लेख करते हुए एवं उनके द्वारा गुटनिरपेक्ष आंदोलन को “विश्व की नैतिक आवाज” के रूप में संदर्भित करने सम्बन्धी तथ्य के साथ समझाइए कि भारत ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन को अपनाना जारी रखा है एवं अपने उत्तर को समाप्त कीजिए।
सामान्य अध्ययन– II
विषय: सामाजिक सशक्तिकरण, सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद एवं धर्मनिरपेक्षता।
3. सांप्रदायिकता एवं जातिवाद की गहरी जड़ें गरीबों एवं कमजोरों के विरुद्ध कभी-कभार होने वाली हिंसा के रूप में व्याप्त हैं। विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Indian Express
निर्देशक शब्द:
विश्लेषणकीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।
उत्तरकीसंरचना:
परिचय:
सांप्रदायिकता एवं जातिवाद को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषयवस्तु:
साम्प्रदायिकता में योगदान देने वाले कारणों की विवेचना कीजिए।
भारतीय सामाजिक व्यवस्था में सामाजिक स्तरीकरण का एक रूप जाति भेदभाव, शोषण, असहिष्णुता एवं हिंसा की ओर कैसे ले जाती है? समझाइए।
अपने उत्तर की पुष्टि के लिए उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
भारतीय समाज पर सांप्रदायिक एवं जातिगत हिंसा के प्रभावों की चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
भारत में सांप्रदायिकता और जातिवाद के उन्मूलन के लिए आगे की राह का सुझाव देते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
4. स्टार्ट-अप के संदर्भ में, यूनिकॉर्न क्या है? उचित नियामक माहौल एवं वित्त पोषण के स्थानीय स्रोतों के साथ भारत 2021 के यूनिकॉर्न बूम के मध्य वास्तव में एक अभिनव एवं लचीली अर्थव्यवस्था बना सकता है। परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: Live Mint
निर्देशक शब्द:
परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
यूनिकॉर्न को परिभाषित करते हुए एवं 2021 में भारत में यूनिकॉर्न के तेजी से उदय के बारे में संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
भारत में यूनिकॉर्न बूम के कारणों पर संक्षेप में चर्चा कीजिए।
उचित नियामक तंत्र की आवश्यकता के बारे में लिखिए।
यूनिकॉर्न को चालू करने एवं उस स्थिति को बनाए रखने के लिए स्टार्ट-अप के लिए उचित वित्त पोषण की आवश्यकता के बारे में लिखिए।
यूनिकॉर्न रोजगार सृजन, विकास, तकनीकी उन्नति आदि को कैसे लाभान्वित करेगा? समझाइए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
5. अत्यधिक जल निकासी, अनियोजित निर्माण, प्राकृतिक बफर और कायाकल्प करने वाले पारिस्थितिक तंत्र के मध्य कोई संबंध नहीं, ये सभी मिलकर शहरी बाढ़ को मानव निर्मित आपदा बनाते हैं। टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: Live Mint
निर्देशक शब्द:
टिप्पणी कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
भारत में शहरी बाढ़ की बढ़ती घटनाओं के संदर्भ में उदाहरण प्रस्तुत करते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
शहरी बाढ़ के विभिन्न मानवजनित कारणों के बारे में लिखिए।
प्राकृतिक कारकों के संयोजन से बाढ़ की घटनाओं में वृद्धि कैसे हो रही है? स्पष्ट कीजिए।
अन्य शमन उपायों का सुझाव दीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: सरकार में सूचना का आदान-प्रदान एवं पारदर्शिता, सूचना का अधिकार।
6. सटीक एवं विश्वसनीय सरकारी जानकारी के लिए जनता का अधिकार अब से अधिक मजबूत कभी नहीं रहा, क्योंकि देश कोविड-19 महामारी से उबरने एवं समुदायों तथा संस्थानों के पुनर्निर्माण के लिए संघर्ष कर रहा है। आरटीआई अधिनियम, 2005 में किए गए हाल के परिवर्तनों के संबंध में स्पष्ट कीजिए। (150 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिरुचि: लेक्सिकन प्रकाशन।
निर्देशक शब्द:
स्पष्ट कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
सरकार के पास उपलब्ध सूचना एवं डेटा के सन्दर्भ में नागरिकों के अधिकारों पर प्रकाश डालते हुए उत्तर की शुरुआत कीजिए।
विषय वस्तु:
सार्वजनिक अभिलेखों में पारदर्शिता के महत्व का उल्लेख कीजिए।
पारदर्शिता एवं सरकार के कामकाज में गोपनीयता बनाए रखने की आवश्यकता के मध्य संतुलन की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।
आरटीआई अधिनियम, 2005 में किए गए हाल के परिवर्तनों पर प्रकाश डालिए।
जल्दबाजी में एवं बिना अधिक जांच के अपनाए गए संशोधनों पर विचार विमर्श कीजिए।
निष्कर्ष:
एक संतुलित आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: केस स्टडी।
7. मुख्य परियोजना अधिकारी के रूप में आपको मालगुडी के आसपास के क्षेत्र में हाल ही में बाढ़ के कारण ध्वस्त हुए पुल के पुन: निर्माण के लिए एक आपातकालीन अनुदान दिया गया है। यद्यपि यह आपके लिए एक छोटी सी परियोजना है लेकिन यह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मालगुडी के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के निकास एवं प्रवेश का एकमात्र रास्ता है।
पुल ढहने के बाद मालगुडी के लोग रोजगार, अस्पतालों और शैक्षिक संस्थानों आदि तक पहुंचने के लिए नदी पार करने के लिए मजबूर हैं, जो कि एक असुरक्षित माध्यम है।
आपके वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त निर्देश के अनुसार परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के साथ-साथ उच्चतम स्तर की गुणवत्ता को भी सुनिश्चित करना है ताकि मौसम की विपरीत स्थितियों के बावजूद पुल लंबे समय तक मजबूत बना रहे।
चूंकि यह एक छोटा प्रोजेक्ट है, इसलिए आपको इसे केवल एक इंजीनियर को सौंपना होगा। आपके अधीन कार्यरत अधिकांश इंजीनियर अन्य प्रमुख परियोजनाओं में व्यस्त हैं और आपके पास केवल दो इंजीनियर हैं, जिन पर कार्य का अपेक्षाकृत कम बोझ है – श्री स्वामी एवं श्री राजम। दोनों के कार्य की गुणवत्ता समान है। श्री स्वामी को विभाग में ईमानदारी एवं न्याय-निष्ठा के लिए जाना जाता है, लेकिन उनकी दक्षता कम है। वे अतीत में कई बार समय- सीमा का उल्लंघन कर चुके हैं। दूसरी ओर, श्री राजम एक उच्च कुशल कर्मचारी हैं और समय पर उच्च गुणवत्ता वाले काम करने के लिए जाने जाते हैं लेकिन अतीत में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कुछ आरोप थे और अनेक लोगों ने ठेकेदारों के साथ उनकी सांठगांठ के खिलाफ शिकायत की है।
जल्द से जल्द पुल के निर्माण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए आप इस परियोजना के लिए इंजीनियर के रूप में किसे नियुक्त करेंगे? (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
उत्तर की संरचना:
परिचय:
एक प्रभावी लेकिन बेईमान व्यक्ति अथवा एक ईमानदार लेकिन अप्रभावी व्यक्ति के बीच चयन करने का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
उपरोक्त मामला अध्ययन के प्रमुख हितधारकों एवं प्रमुख नैतिक दुविधाओं को प्रस्तुत कीजिए।
श्री राजम के मामले का विश्लेषण कीजिए, जो अत्यधिक उत्पादक हैं लेकिन उनकी ईमानदारी संदिग्ध है। मालगुडी पुल परियोजना के प्रभारी के रूप में श्री राजम को नियुक्त करने के अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक दोनों प्रकार के परिणामों पर प्रकाश डालिए।
फिर श्री स्वामी के मामले का विश्लेषण कीजिए, जो अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन कुशल नहीं हैं और अतीत में कार्य की समय-सीमा का उल्लंघन भी कर चुके हैं।मालगुडी पुल परियोजना के प्रभारी के रूप में श्री स्वामी को नियुक्त करने के अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक दोनों प्रकार के परिणामों पर प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
नैतिक तार्किकता के साथ इसका पालन कीजिए और निष्कर्ष निकालिए कि नैतिकता के उच्च मानकों वाले व्यक्ति को चुनना हमेशा बेहतर होता है क्योंकि प्रशिक्षण और निगरानी से दक्षता बेहतर हो सकती है। दूसरी ओर ईमानदारी, इतनी आसानी से नहीं सिखायी जा सकती है।
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