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MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE
सामान्य अध्ययन– I
विषय: विश्व का इतिहास, जिसमें 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएँ यथा औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनःसीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि शामिल होंगे, उनके रूप तथा समाज पर उनका प्रभाव शामिल होंगे।
1. 1921 में अपने उद्भव से लेकर 1949 में चीनी क्रांति में विजयी होने तक चीनी साम्यवादी दल द्वारा निभाई गई भूमिका का विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: मास्टरिंग वर्ल्ड हिस्ट्री: नॉर्मन लोव
निर्देशक शब्द:
विश्लेषण कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
चीनी साम्यवादी दल के उद्भव की पृष्ठभूमि के बारे में लिखते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
केएमटी (1927-28) के साथ संघर्ष से पहले चीनी साम्यवादी दल की भूमिका के बारे में लिखिए।
माओ के प्रभाव में इसकी प्राथमिकताओं में फेरबदल करने के बाद इसकी भूमिका पर प्रकाश डालिए।
गृहयुद्ध की अवधि के दौरान चीनी साम्यवादी दल कैसे प्रभावशाली बना? समझाइए।
चीनी साम्यवादी दल की जीत के कारणों पर भी प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
यह उल्लेख करते हुए निष्कर्ष निकालिए कि चीनी साम्यवादी दल को जीत की कीमत चुकानी पड़ी- यह कई दशकों तक पश्चिम द्वारा अलग-थलग रहा।
विषय: विश्व का इतिहास, जिसमें 18वीं सदी तथा बाद की घटनाएँ यथा औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनःसीमांकन, उपनिवेशवाद, उपनिवेशवाद की समाप्ति, राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि शामिल होंगे, उनके रूप तथा समाज पर उनका प्रभाव शामिल होंगे।
2. 1949 की चीनी क्रांति के बाद, माओत्से तुंग ने किसी भी तरह से चीन को मार्क्सवादी-लेनिनवादी तर्ज पर विकसित करने का प्रयास किया। स्पष्ट कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: मास्टरिंग वर्ल्ड हिस्ट्री: नॉर्मन लोव
निर्देशक शब्द:
स्पष्ट कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
यह समझाते हुए उत्तर की शुरूआत कीजिए कि चीनी साम्यवादी दल के विजयी होने का एक महत्वपूर्ण कारण जनता के बीच उनके अनुयायियों की संख्या थी। यह स्वयं माओ के मार्क्स और लेनिन के विचारों से गहराई से प्रभावित होने का परिणाम था।
विषय वस्तु:
चीन एवं उसके लोगों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था? समझाइए।
माओ ने उन समस्याओं को हल करने का प्रयास कैसे किया? स्पष्ट कीजिए।
इसके सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभावों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
अपने उत्तर के अंत में देंग शियाओ पिंग द्वारा उसके उत्थान पर किए गए कुछ परिवर्तनों पर प्रकाश डालिए।
सामान्य अध्ययन– II
विषय: कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्य- सरकार के मंत्रालय एवं विभाग।
3. न्यायपालिका को विधि के शासन के संरक्षक के रूप में, इसके अधिकार को कम करने या संस्था को बदनाम करने के उद्देश्य से किए गए कदाचार को दंडित करने के लिए असाधारण शक्ति सौंपी गई है, चाहे वह न्यायालय के बाहर हो या अंदर। टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
टिप्पणी कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
न्यायालय की अवमानना की शक्ति एवं अवमानना के प्रकारों को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
अवधारणा की उत्पत्ति, इसकी संवैधानिकता / सांविधिक आधार, इसके विभिन्न प्रकारों पर चर्चा कीजिए।
अवधारणा की व्याख्या कीजिए।
हाल के कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
निष्कर्ष:
प्रावधान के पीछे के विचार पर बल देते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: केन्द्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिये कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन; इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिये गठित तंत्र, विधि, संस्थान एवं निकाय।
4.मध्याह्न भोजन योजना को काफी सराहना मिली है एवं यह विश्व की अपनी तरह की सबसे बड़ी योजना है। इसके प्रदर्शन का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: Hindustan Times , Insights on India
निर्देशक शब्द:
आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
मध्याह्न भोजन योजना का संक्षेप में परिचय प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
इसके लक्ष्य एवं उद्देश्यों तथा योजना की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
योजना के लाभों, विभिन्न सकारात्मक प्रभावों एवं सफलताओं आदि के बारे में लिखिए।
योजना की सीमाओं एवं योजना के कार्यान्वयन से सम्बंधित प्रमुख मुद्दों पर प्रकाश डालिए।
नवीनतम परिवर्तनों, इसके विस्तारित दायरे आदि के बारे में चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
5. वर्तमान बेरोजगारी परिदृश्य में, व्यावसायिक कौशल प्रदान करने की एक दीर्घकालिक रणनीति श्रम की आय में वृद्धि के साथ-साथ औपचारिक रोजगार उत्पन्न करने में सहायता प्रदान करेगी। विस्तार से समझाइए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: कठिन
सन्दर्भ: Live Mint
निर्देशक शब्द:
समझाइए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न से संबंधित सूचना अथवा जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
आवधिक श्रम सर्वेक्षण/सीएमआईई जैसी रिपोर्टों के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए भारत में बेरोजगारी की स्थिति पर प्रकाश डालिए।
विषय वस्तु:
भारत में रोजगार की वर्तमान स्थिति के कारणों का उल्लेख कीजिए।
व्यावसायिक प्रशिक्षण के महत्व को समझाइए।
इस दिशा में किए गए प्रयासों /योजनाओं तथा इस संबंध में उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों के बारे में लिखिए।
निष्कर्ष:
आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ एवं उनका प्रबंधन- संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध।
6. वैश्विक राजनीति के इस युग में जब चीनी आक्रामकता बढ़ रही है, भारत एवं विश्व को यह समझना चाहिए कि कैसे बेल्ट एंड रोड़ पहल वैश्विक व्यवस्था को मौलिक तरीकों से नया रूप देने एवं इसे संबोधित करने का लक्ष्य बना रही है। विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
प्रश्न का स्तर: मध्यम
सन्दर्भ: Live Mint
निर्देशक शब्द:
विश्लेषण कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
चीन की वन बेल्ट वन रोड पहल (बीआरआई) का वर्णन करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
इस सन्दर्भ में विशेष रूप से भारत के लिए विभिन्न चिंताओं के बारे में लिखिए।
बीआरआई एवं वैश्विक व्यवस्था से विश्व के लिए उत्पन्न चिंताओं पर प्रकाश डालिए।
हाल के घटनाक्रमों का उल्लेख कीजिए।
निष्कर्ष:
चीन के बीआरआई का मुकाबला करने के लिए भारत एवं विश्व द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में लिखिए।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: सार्वजनिक धन का उपयोग।
7. सार्वजनिक धन के उपयोग में पारदर्शिता की कमी एक बड़ी बाधा बनी हुई है, जो बदले में हमारे विकास लक्ष्यों को प्रभावित करती है। स्पष्ट कीजिए। (150 शब्द)
प्रश्न का स्तर: सरल
सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिरुचि: लेक्सिकन प्रकाशन।
निर्देशक शब्द:
स्पष्ट कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
सार्वजनिक निधियों में पारदर्शिता एवं जवाबदेही के महत्व पर चर्चा करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
सार्वजनिक निधियों के उपयोग के संबंध में देश में व्याप्त कमियों की व्याख्या कीजिए।
सार्वजनिक निधि के वितरण की निगरानी एवं पर्यवेक्षण के लिए उपकरण के रूप में पारदर्शिता एवं दक्षता के महत्व पर चर्चा कीजिए।
उन विभिन्न तंत्रों की व्याख्या कीजिए, जिनके द्वारा यह किया जा सकता है।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि ये प्रयास देश की विकास प्रक्रिया में सहायता के साथ-साथ भ्रष्ट प्रथाओं को कम करेंगे।
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