[इनसाइट्स सिक्योर MISSION – 2022] दैनिक सिविल सेवा मुख्य परीक्षा उत्तर लेखन अभ्यास: 17 अगस्त 2021 – INSIGHTSIAS

[ad_1]

 

How to Follow Secure Initiative?

How to Self-evaluate your answer? 

MISSION – 2022: YEARLONG TIMETABLE

 


सामान्य अध्ययनI


 

विषय: 18वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास- महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व, विषय।

1. 1875 एवं 1885 के मध्य के वर्षों में देखा गया नया राजनीतिक बल युवा, अधिक कट्टरपंथी राष्ट्रवादी बुद्धिजीवियों का निर्माण था एवं 1885 तक, एक अखिल भारतीय राजनीतिक संगठन का गठन एक आवश्यक ध्येय बन गया था। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ: अध्याय 5 – भारत का स्वतंत्रता संघर्ष।

 निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

ब्रिटिश प्रशासनिक कार्रवाइयों के प्रति भारतीयों के बढ़ते असंतोष एवं भारतीयों में देखी गई राजनीतिक जागृति का संदर्भ प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

नए नेताओं के साथ विभिन्न क्षेत्रीय संघों के उदय एवं ब्रिटिश कुशासन के खिलाफ एकीकृत प्रतिनिधित्व के लिए एक राष्ट्रीय संघ के निर्माण के लिए उनकी तात्कालिकता की भावना का वर्णन कीजिए।

निष्कर्ष:

कांग्रेस के गठन ने भारत को स्वतंत्रता के लिए अपने संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए एक मंत्र कैसे दिया, वर्णन करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: 18वीं सदी के लगभग मध्य से लेकर वर्तमान समय तक का आधुनिक भारतीय इतिहास- महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व, विषय।

 2. भारतीय राष्ट्रवाद जातीय अथवा धार्मिक के स्थान पर क्षेत्रीय था, लेकिन यह प्रकृति में मिश्रित, गैर-प्रतिरोधी एवं सिविल था। विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ: अध्याय 10 – आधुनिक भारत का संक्षिप्त इतिहास: राजीव अहीर (स्पेक्ट्रम प्रकाशक)

निर्देशक शब्द:

 विश्लेषण कीजिएऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

राष्ट्रवाद को परिभाषित करते हुए अपना उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:

धर्म, भाषा, सांस्कृतिक भिन्नताओं के संदर्भ में भारत की विशाल विविधता पर प्रकाश डालिए एवं समझाइए कि कितने ब्रिटिश विद्वानों ने यह व्यक्त किया था कि एक राष्ट्र के रूप में भारत का राजनीतिक विचार प्रहसन है।

समझाइए कि कैसे विशाल सांस्कृतिक एवं जातीय मतभेदों के बावजूद भारत नामक क्षेत्र का विचार उन सामान्य बंधनों में से एक था, जिस पर प्रारंभिक भारतीय राष्ट्रवाद आधारित था।

ब्रिटिशों के सामान्य शोषण के तहत भारतीय राष्ट्रवाद का उदय कैसे हुआ तथा बहुलता एवं सभ्यता की इसकी विशेषताओं का विस्तार से विश्लेषण कीजिए।

निष्कर्ष:

भारतीय राष्ट्रवाद की प्रकृति पर चर्चा करने के बाद इसके बहु-सांस्कृतिक एवं गैर-आक्रामक पहलू पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययनII


 

विषय: गरीबी एवं भूख से संबंधित विषय।

3. नीति निर्माता खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमों को महामारी द्वारा लाए गए कुपोषण के तूफान के अनुकूल बना रहे हैं लेकिन इसके ‘छिपी हुई भूख’ पहलू पर विचार करना भी महत्वपूर्ण है। चर्चा कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: सरल

सन्दर्भ: Live Mint , vikaspedia.in

 निर्देशक शब्द:

 चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

‘छिपी हुई भूख’ एवं उसके प्रभावों को परिभाषित करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

विषय वस्तु:

भारत में कुपोषण की सीमा को दर्शाने के लिए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के आँकड़ों को उद्धृत कीजिए।

नीति निर्माता महामारी से उत्पन्न व्यवधान से कैसे निपट रहे हैं? संक्षेप में उल्लेख कीजिए।

कुपोषण एवं छिपी हुई भूख के संकट को दूर करने के लिए उपाय सुझाइए।

निष्कर्ष:

हमारे देश के विकास में भूख एवं कुपोषण के उन्मूलन के साथ-साथ सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के महत्व को रेखांकित करते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 

विषय: शासन व्यवस्था, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्त्वपूर्ण पक्ष, ई-गवर्नेंस- अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएँ, सीमाएँ और संभावनाएँ।

 4. परिणाम-आधारित शासन का उद्देश्य अंततः निर्णय लेने वालों को उपयुक्त नीतियों एवं कार्यक्रमों को तैयार करने के लिए उपकरण तथा प्रोत्साहन देकर सरकारी सेवा वितरण में सुधार करना है। टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: कठिन

सन्दर्भ : Live Mint

 निर्देशक शब्द:

 टिप्पणी कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

परिणाम-आधारित शासन की अवधारणा को समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

 विषय वस्तु:  

शासन में बदलाव एवं जमीनी स्तर पर जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रशासनिक डेटा के महत्व का उल्लेख कीजिए एवं समझाइए कि कैसे प्रौद्योगिकी के प्रवेश ने उपरोक्त में सहायता की है।

मौजूदा योजना-पर्यवेक्षण प्रक्रियाओं की कठोरता में सुधार के लिए परिणाम-आधारित शासन का उपयोग कैसे किया जा सकता है, इसके बारे में विस्तार से समझाइए।

नीति आयोग के आकांक्षी जिला कार्यक्रम (ADP) का मामला अध्ययन प्रस्तुत कीजिए।

मौजूदा योजना-पर्यवेक्षण प्रक्रियाओं की कठोरता में सुधार लाने और बेहतर प्रभावोत्पादकता के लिए स्वचालन की ओर बढ़ने के उपायों का सुझाव दीजिए।

निष्कर्ष:

इसके बेहतर कार्यक्रमों को लागू करने, मजबूत नीतियों को अभिकल्पित करने एवं अंततः भारत में जीवन को बदलने के लिए बड़े पैमाने पर इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है, समझाते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययनIII


 

विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।

5. जलवायु परिवर्तन शमन के लिए वैश्विक उत्तर एवं दक्षिण के मध्य सहभागिता एवं सहयोग की आवश्यकता है ताकि शुद्ध शून्य उत्सर्जन के स्थान पर समान संचयी उत्सर्जन लक्ष्यों की ओर बढ़ सकें। हाल ही में प्रकाशित आई.पी.सी.सी. रिपोर्ट के आलोक में परीक्षण कीजिए। (250 शब्द)

प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: The Hindu

निर्देशक शब्द:

 परीक्षण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों का परीक्षण करते हुए सारगर्भित उत्तर लिखना चाहिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

अंतरसरकारी जलवायु परिवर्तन पैनल (IPCC), छठी आकलन रिपोर्ट (एआर6) के संदर्भ में तथ्य प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।

विषय वस्तु:

रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्षों का उल्लेख कीजिए।

जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध युद्ध को प्रभावित करने वाले वैश्विक उत्तर-दक्षिण के मध्य असमानताओं एवं असहमति के सन्दर्भ में लिखिए।

वैश्विक दक्षिण की सामाजिक-आर्थिक विकास आकांक्षाओं के साथ-साथ समानता एवं ऐतिहासिक जिम्मेदारी को ध्यान में रखते हुए संचयी उत्सर्जन लक्ष्यों की ओर बढ़ने का तर्क प्रस्तुत कीजिए।

निष्कर्ष:

अभिसरण एवं सहयोग प्राप्त करने के लिए आगे की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।

 


सामान्य अध्ययनIV


 

विषय: नीतिशास्त्र तथा मानवीय सह-संबंधः मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सार तत्त्व, इसके निर्धारक और परिणाम।

6. मानवीय क्रियाकलापों की नैतिकता तीन मुख्य निर्धारकों: लक्ष्य, परिस्थितियाँ एवं आशय पर निर्भर करती है। स्पष्ट कीजिए। (150 शब्द)

 प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिरुचि के लिए एक व्यावहारिक दृष्टिकोण: डी.के. बालाजी।

 निर्देशक शब्द:

 स्पष्ट कीजिए- ऐसे प्रश्नों में अभ्यर्थी से अपेक्षा की जाती है कि वह पूछे गए प्रश्न से संबंधित जानकारियों को सरल भाषा में व्यक्त कर दे।

उत्तर की संरचना:

 परिचय:

यह समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए कि मानवीय क्रियाकलाप स्वतंत्र इच्छा पर नहीं बल्कि विभिन्न कारकों द्वारा निर्धारित होते हैं।

 विषय वस्तु:

किसी व्यक्ति के क्रियाकलापों की नैतिकता परिस्थिति के अनुसार कैसे परिवर्तित होती है? वर्णन कीजिए।

उपरोक्त की बेहतर प्रस्तुति के लिए एक फ्लो चार्ट का प्रयोग कीजिए।

निष्कर्ष:

निष्कर्ष निकालिए कि एक निश्चित नैतिक निर्माण वाले व्यक्ति को अनेक बाधाओं से गुजरना पड़ता है, जो उसके कार्य को पूर्णतः बदल सकती है।

 

विषय: नैतिकता के आयाम।

7. अधिकांश मानव इतिहास के लिए, नैतिकता ने “मानव अधिकारों” पर ध्यान केंद्रित किया है। हालाँकि, नैतिकता में अब पर्यावरणीय अधिकार शामिल हैं। इस संदर्भ में, पर्यावरण नीति की व्याख्या कीजिए। (150 शब्द)

प्रश्न का स्तर: मध्यम

सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिरुचि के लिए एक व्यावहारिक दृष्टिकोण: डी.के. बालाजी।

 निर्देशक शब्द:

 व्याख्या कीजिए- प्रश्न में पूछी गई जानकारी को सरल भाषा में व्यक्त कीजिए।

 उत्तर की संरचना:

 परिचय:

नैतिकता के निर्माण की मानव-केंद्रित प्रकृति का वर्णन करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।

 विषय वस्तु:

समझाइए कि हाल ही में इसका ध्यान पर्यावरण नैतिकता पर स्थानांतरित कैसे हो गया है।

पर्यावरण की उपेक्षा, उसके आस-पास की विविध सांस्कृतिक मान्यताओं के निहितार्थों का उल्लेख कीजिए।

निष्कर्ष:

निष्कर्ष निकालिए कि जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में पर्यावरणीय नैतिकता अब पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है।


Join our Official Telegram Channel HERE for Motivation and Fast Updates

Subscribe to our YouTube Channel HERE to watch Motivational and New analysis videos

[ad_2]

Leave a Comment