[ad_1]
HINDI Puucho STATIC QUIZ 2020-2021
Information
Welcome to Insights IAS Static Quiz in HINDI. We have already outlined details of this New Initiative HERE.
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
You must sign in or sign up to start the quiz.
You have to finish following quiz, to start this quiz:
-
Question 1 of 5
निम्नलिखित में से कौन सा युग्म सही सुमेलित है?
Correctउत्तर: a)
कला की गांधार शैली, जो ग्रीक और हेलेनिस्टिक शैलियों से काफी प्रभावित है, कुषाण साम्राज्य के तहत पहली शताब्दी से 5वीं शताब्दी में अपने चरम पर थी।
पेंटेड ग्रे वेयर कल्चर संभवतः मध्य और उत्तर वैदिक काल से संबंधित थी, अर्थात, कुरु-पंचला साम्राज्य में (सिंधु घाटी सभ्यता के पतन के बाद भारतीय उपमहाद्वीप में पहला बड़ा राज्य)।
पहाड़ी चित्रकला मुगल चित्रकला से विकसित हुई थी।
अजंता चित्रकला गुप्त काल में विकसित हुई थी।
Incorrectउत्तर: a)
कला की गांधार शैली, जो ग्रीक और हेलेनिस्टिक शैलियों से काफी प्रभावित है, कुषाण साम्राज्य के तहत पहली शताब्दी से 5वीं शताब्दी में अपने चरम पर थी।
पेंटेड ग्रे वेयर कल्चर संभवतः मध्य और उत्तर वैदिक काल से संबंधित थी, अर्थात, कुरु-पंचला साम्राज्य में (सिंधु घाटी सभ्यता के पतन के बाद भारतीय उपमहाद्वीप में पहला बड़ा राज्य)।
पहाड़ी चित्रकला मुगल चित्रकला से विकसित हुई थी।
अजंता चित्रकला गुप्त काल में विकसित हुई थी।
-
Question 2 of 5
1000 साल पुरानी विरासत कला “मोनपा हस्तनिर्मित कागज” मुख्य रूप से संबंधित है
Correctउत्तर: b)
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के प्रतिबद्ध प्रयासों से 1000 साल पुरानी विरासत कला – अरुणाचल प्रदेश का मोनपा हस्तनिर्मित कागज – जो विलुप्त होने के के कगार पर थी, एक बार फिर से जीवंत हो गयी है।
मोनपा हस्तनिर्मित कागज बनाने की कला की शुरुआत 1000 साल पहले हुई थी। धीरे-धीरे कला अरुणाचल प्रदेश के तवांग में स्थानीय रीति-रिवाजों और संस्कृति का एक अभिन्न अंग बन गई।
मोनपा हस्तनिर्मित कागज, शुगु शेंग नामक एक स्थानीय पेड़ की छाल से बनाया जाता है, जिसमें औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं।
Incorrectउत्तर: b)
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के प्रतिबद्ध प्रयासों से 1000 साल पुरानी विरासत कला – अरुणाचल प्रदेश का मोनपा हस्तनिर्मित कागज – जो विलुप्त होने के के कगार पर थी, एक बार फिर से जीवंत हो गयी है।
मोनपा हस्तनिर्मित कागज बनाने की कला की शुरुआत 1000 साल पहले हुई थी। धीरे-धीरे कला अरुणाचल प्रदेश के तवांग में स्थानीय रीति-रिवाजों और संस्कृति का एक अभिन्न अंग बन गई।
मोनपा हस्तनिर्मित कागज, शुगु शेंग नामक एक स्थानीय पेड़ की छाल से बनाया जाता है, जिसमें औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं।
-
Question 3 of 5
पुतुल नौच ( Putul Nautch) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह पश्चिम बंगाल का पारंपरिक धागा कठपुतली रूप है।
- कठपुतली लगभग 3 से 4 फीट ऊँची होती हैं और जात्रा के कलाकारों के समान वेशभूषा होती है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correctउत्तर: b)
पश्चिम बंगाल के पारंपरिक छड़ कठपुतली रूप को पुतुल नौच के नाम से जाना जाता है। ये लकड़ी से निर्मित होती हैं और एक विशेष क्षेत्र की विभिन्न कलात्मक शैलियों का प्रदर्शन करती हैं। पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में छड़-कठपुतली जापान के बुनराकू कठपुतलियों की तरह मानव आकार की होती थी। यह रूप अब लगभग विलुप्त हो चुका है। बंगाल की छड़-कठपुतलियाँ, लगभग 3 से 4 फीट ऊँची होती हैं और जात्रा के कलाकारों के समान वेशभूषा होती है, जात्रा राज्य में प्रचलित एक पारंपरिक रंगमंच है। इन कठपुतलियों में अधिकतर तीन जोड़ होते हैं। सिर, मुख्य छड़ के द्वारा गर्दन से जुड़ा होता है और दोनों हाथ छड़ के द्वारा कंदों से जुड़े हुए होते हैं।
Incorrectउत्तर: b)
पश्चिम बंगाल के पारंपरिक छड़ कठपुतली रूप को पुतुल नौच के नाम से जाना जाता है। ये लकड़ी से निर्मित होती हैं और एक विशेष क्षेत्र की विभिन्न कलात्मक शैलियों का प्रदर्शन करती हैं। पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में छड़-कठपुतली जापान के बुनराकू कठपुतलियों की तरह मानव आकार की होती थी। यह रूप अब लगभग विलुप्त हो चुका है। बंगाल की छड़-कठपुतलियाँ, लगभग 3 से 4 फीट ऊँची होती हैं और जात्रा के कलाकारों के समान वेशभूषा होती है, जात्रा राज्य में प्रचलित एक पारंपरिक रंगमंच है। इन कठपुतलियों में अधिकतर तीन जोड़ होते हैं। सिर, मुख्य छड़ के द्वारा गर्दन से जुड़ा होता है और दोनों हाथ छड़ के द्वारा कंदों से जुड़े हुए होते हैं।
-
Question 4 of 5
ओडिसी नृत्य के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- ओडिसी एक उच्च शैली का नृत्य है और नाट्य शास्त्र द्वारा निर्धारित सिद्धांतों का पालन नहीं करता है।
- शताब्दियों के लिए महरिज इस नृतय की प्रमुख अधिकारिणी रहीं हैं।
- इसमें चौक और त्रिभंगा नामक दो बुनियादी संचलन की मुद्राएँ हैं।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correctउतर: b)
पूर्वी समुद्र तट पर स्थित ओडिशा, ओड़ीसी नृत्य का घर है और भारतीय शास्त्रीय नृत्य के अनेक रूपों में से एक है । इंद्रीय और गायन के रूप में ओड़ीसी प्रेम और भाव, देवताओं और मानव से जुड़ा, सांसारिक और लोकोत्तर नृत्य है ।
शताब्दियों के लिए महरिज इस नृतय की प्रमुख अधिकारिणी रहीं हैं। महरिज, जो मुलत: मंदिर की नतीकियां (देवदासी) थीं, धीरे-धीरे शाही दरबारों में काम करने लगीं, जिसके परिणाम स्वरूप कला-रूप का हा्स हुआ ।
ओड़ीसी एक उच्च शैली का नृत्य है और कुछ मात्रा में शास्त्रीय नाट्य शास्त्र तथा अभिनय दर्पण पर आधारित है । बाद में जदूनाथ सिन्हा के अभिनय दर्पण प्रकाश, राजमनी पत्तरा के अभिनय चंद्रिका और महेश्वर महापात्र के अन्य अभिनय चंद्रिका से अधिकांशत: इसे लिया गया है ।
ओड़ीसी गुप्त रूप से नाट्यशास्त्र द्वारा स्थापित सिद्धांतों का अनुसरण करता है । चेहरे के भाव, हस्त–मुद्राएं और शरीर की गतिविधियों का उपयोग एक निश्चित अनुभूति, एक भावना या नवरसों में से किसी एक के संकेत के लिए किया जाता है ।
गतिविधि की तकनीकियां दो आधारभूत मुद्राओं-चौक और त्रिभंग के आस-पास निर्मित होती हैं । चौक एक वर्ग (चौकोर) की स्थिति है । यह शरीर के भार के समान संतुलन के साथ एक पुरुषोचित मुद्रा है । त्रिभंग एक बहुत स्त्रीयोचित मुद्रा है, जिसमें शरीर गले, धड़ और घुटने पर मुड़ा होता है ।
Incorrectउतर: b)
पूर्वी समुद्र तट पर स्थित ओडिशा, ओड़ीसी नृत्य का घर है और भारतीय शास्त्रीय नृत्य के अनेक रूपों में से एक है । इंद्रीय और गायन के रूप में ओड़ीसी प्रेम और भाव, देवताओं और मानव से जुड़ा, सांसारिक और लोकोत्तर नृत्य है ।
शताब्दियों के लिए महरिज इस नृतय की प्रमुख अधिकारिणी रहीं हैं। महरिज, जो मुलत: मंदिर की नतीकियां (देवदासी) थीं, धीरे-धीरे शाही दरबारों में काम करने लगीं, जिसके परिणाम स्वरूप कला-रूप का हा्स हुआ ।
ओड़ीसी एक उच्च शैली का नृत्य है और कुछ मात्रा में शास्त्रीय नाट्य शास्त्र तथा अभिनय दर्पण पर आधारित है । बाद में जदूनाथ सिन्हा के अभिनय दर्पण प्रकाश, राजमनी पत्तरा के अभिनय चंद्रिका और महेश्वर महापात्र के अन्य अभिनय चंद्रिका से अधिकांशत: इसे लिया गया है ।
ओड़ीसी गुप्त रूप से नाट्यशास्त्र द्वारा स्थापित सिद्धांतों का अनुसरण करता है । चेहरे के भाव, हस्त–मुद्राएं और शरीर की गतिविधियों का उपयोग एक निश्चित अनुभूति, एक भावना या नवरसों में से किसी एक के संकेत के लिए किया जाता है ।
गतिविधि की तकनीकियां दो आधारभूत मुद्राओं-चौक और त्रिभंग के आस-पास निर्मित होती हैं । चौक एक वर्ग (चौकोर) की स्थिति है । यह शरीर के भार के समान संतुलन के साथ एक पुरुषोचित मुद्रा है । त्रिभंग एक बहुत स्त्रीयोचित मुद्रा है, जिसमें शरीर गले, धड़ और घुटने पर मुड़ा होता है ।
-
Question 5 of 5
निम्नलिखित में से कौनसे मंदिर ‘वास्तुकला की नागर शैली‘ द्वारा निर्मित है?
- मोढेरा सूर्य मंदिर
- कोणार्की सूर्य मंदिर
- कंदरिया महादेव मंदिर
- ऐहोल लडखान मंदिर
सही उत्तर कूट चुनिए:
Correctउत्तर: b)
- ऐहोल लडखान मंदिर वास्तुकला की वेसर शैली द्वारा निर्मित है।
Incorrectउत्तर: b)
- ऐहोल लडखान मंदिर वास्तुकला की वेसर शैली द्वारा निर्मित है।
Join our Official Telegram Channel HERE for Motivation and Fast Updates
Subscribe to our YouTube Channel HERE to watch Motivational and New analysis videos
[ad_2]