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सामान्य अध्ययन– II
विषय: भारत की विदेश नीति का परिचय एवं विकास।
1. भारत की विदेश नीति की मुख्य विशेषताएं क्या थीं? इसके प्रमुख उद्देश्यों की विवेचना कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: mea.gov.in
निर्देशक शब्द:
विवेचना कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रश्न के सभी पक्षों की तार्किक व्याख्या कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
प्रश्न की पृष्ठभूमि को संक्षेप में समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
इससे सम्बंधित सिद्धांतों को विस्तार से समझाइए।
वे अभी भी प्रासंगिक कैसे हैं? प्रकाश डालिए।
इसके विभिन्न चरणों की विवेचना कीजिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि भू-राजनीतिक परिवर्तन के वर्तमान चरण में भारत को विभिन्न एजेंडा पर कई भागीदारों के साथ काम करने के दृष्टिकोण का पालन करने की आवश्यकता है।इसलिए विदेश नीति में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास प्रासंगिक है।
विषय: भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव; प्रवासी भारतीय।
2. ग्रीन पासपोर्ट क्या है, जो हाल ही में चर्चा में रहा है? क्या आपको लगता है कि यह पहल भेदभावपूर्ण है? विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: Indian Express
निर्देशक शब्द:
विश्लेषण कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के बहुआयामी सन्दर्भों जैसे क्या, क्यों, कैसे आदि पर ध्यान देते हुए उत्तर लेखन कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
यूरोपीय संघ में यात्रा प्रतिबंधों को कम करने से सम्बन्धित ‘ग्रीन पासपोर्ट’ क्या है? समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
इससे सम्बंधित चिंताओं पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
इसके भेदभावपूर्ण होने के पक्ष एवं विपक्ष दोनों पर अपने विचार प्रस्तुत कीजिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि विकासशील देशों में जनसंख्या के प्रतिशत के रूप में वैक्सीन कवरेज, विकसित देशों की तुलना में अभी भी कम है। इस प्रकार की पहल अत्यधिक भेदभावपूर्ण सिद्ध हो सकती है।
विषय: भारत एवं इसके पड़ोसी- संबंध। द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार।
3. अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी ने तालिबान के पक्ष में शक्ति संतुलन को बिगाड़ दिया है। समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: The Hindu
निर्देशक शब्द:
समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए- ऐसे प्रश्नों का उत्तर देते समय उस कथन अथवा विषय के पक्ष और विपक्ष दोनों में ही तथ्यों को बताते हुए अंत में एक सारगर्भित निष्कर्ष निकालना चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
प्रश्न की संक्षिप्त पृष्ठभूमि प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारंभ कीजिए।
विषय वस्तु:
इससे संबंधित चिंताओं पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
भारत के पक्ष पर भी प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
इसके भारत पर पड़ने वाले प्रभावों को स्पष्ट करते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– III
विषय: भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
4. मध्यम आय जाल क्या है एवं यह भारत के लिए क्यों मायने रखता है? इसे दूर करने के कुछ उपायों पर चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: Live Mint
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
मध्यम- आय जाल से आप क्या समझते हैं? समझाते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
यह भारत के लिए क्यों मायने रखता है? विस्तार से समझाइए।
सुझाव दीजिए कि भारत मध्यम- आय के जाल से कैसे बच सकता है।
इसे दूर करने के प्रासंगिक उपाय बताइए।
निष्कर्ष:
इसके समाधान की राह बताते हुए निष्कर्ष निकालिए।
विषय: प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायता तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित विषय; जन वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्य, सीमाएँ, सुधार; बफर स्टॉक तथा खाद्य सुरक्षा संबंधी विषय; प्रौद्योगिकी मिशन; पशु पालन संबंधी अर्थशास्त्र।
5. दुग्ध सहकारी समितियों ने ‘ऑपरेशन फ्लड’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन निजी क्षेत्र का योगदान आज के समय में भी अच्छा है एवं इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। टिप्पणी कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: Indian Express
निर्देशक शब्द:
टिप्पणी कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय पर अपने ज्ञान और समझ को बताते हुए एक समग्र राय विकसित करनी चाहिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
देश में डेयरी क्षेत्र पर कुछ प्रमुख तथ्य प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
ऑपरेशन फ्लड की पृष्ठभूमि को संक्षेप में प्रस्तुत कीजिए एवं समझाइए कि निजी क्षेत्र ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका कैसे निभाई है।
डेयरी क्षेत्र के लिए निजी क्षेत्र का होना क्यों आवश्यक है? समझाइए।
संदर्भित लेख से संकेत लीजिए एवं समझाइए कि यह डेयरी पारिस्थितिकी तंत्र का कैसे समर्थन करता है।
उदाहरण दीजिए एवं इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
निष्कर्ष:
उपयुक्त समाधानों के साथ निष्कर्ष निकालिए।
विषय: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन।
6. छत पर वर्षा जल संचयन (Rooftop Rainwater Harvesting) के तरीके भारत के जल संकट को कैसे कम कर सकते हैं? विचार- विमर्श कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: Down to Earth
निर्देशक शब्द:
विचार-विमर्श कीजिए– ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के सम्बन्ध में अपने ज्ञान और समझ के अनुसार एक सारगर्भित रूप में उत्तर प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
प्रश्न की पृष्ठभूमि प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रारम्भ कीजिए।
विषय वस्तु:
छत पर वर्षा जल संचयन (Rooftop Rainwater Harvesting) की अवधारणा पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
देश में जल संकट के मुद्दों को प्रस्तुत कीजिए।
छत पर वर्षा जल संचयन के महत्व पर चर्चा कीजिए।
निष्कर्ष:
इसके महत्व को दर्शाते हुए निष्कर्ष निकालिए।
सामान्य अध्ययन– IV
विषय: लोक प्रशासन में लोक/सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्रः स्थिति तथा समस्याएँ; सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएँ तथा दुविधाएँ; नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, विनियम तथा अंतरात्मा; उत्तरदायित्व तथा नैतिक शासन, शासन व्यवस्था में नीतिपरक तथा नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण; अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे; कॉरपोरेट शासन व्यवस्था।
7. राज्य की नीतियों एवं कार्यों में नैतिकता का निर्धारण तनाव मुक्त नहीं है क्योंकि प्रत्येक नीति एवं कार्य में सकारात्मक तथा नकारात्मक दोनों पहलू होते हैं, जिन्हें विभिन्न हितधारकों के दृष्टिकोण से देखा जाता है। उपयुक्त उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिए। (250 शब्द)
सन्दर्भ: नैतिकता, सत्यनिष्ठा एवं अभिवृत्ति: लेक्सिकन प्रकाशन
निर्देशक शब्द:
चर्चा कीजिए- ऐसे प्रश्नों के उत्तर देते समय सम्बंधित विषय / मामले के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तथ्यों के साथ उत्तर लिखें।
उत्तर की संरचना:
परिचय:
प्रस्तावना में सर्वप्रथम राज्य की नीतियों एवं सामान्य रूप से कार्यों में नैतिकता के निर्धारण पर चर्चा कीजिए।
विषय वस्तु:
प्रशासनिक, विधिक एवं नियामक कार्यों को करने के लिए राज्य को सर्वोच्च कार्यकारी प्राधिकरण की आवश्यकता क्यों होती है? स्पष्ट कीजिए।
परिस्थितियों एवं आवश्यकताओं के आधार पर विभिन्न हितधारकों के विचार एक-दूसरे के अनुरूप क्यों नहीं हो सकते हैं? उदाहरण सहित चर्च कीजिए।
उपयुक्त उदाहरणों सहित कथन के समर्थन में तर्क प्रस्तुत कीजिए।
निष्कर्ष:
निष्कर्ष निकालिए कि राज्य की नीतियों एवं कार्यों का मूल्यांकन केवल समय की आवश्यकताओं के संदर्भ में किया जाना चाहिए।
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